गोरखपुर कांड की पीड़ित मीनाक्षी ने केडीए में ज्वाइन की ओएसडी पद पर नौकरी
कुर्सी पर बैठते ही झलक पर आंसू, बोले, इंसाफ मिलने तक जारी रहेगी लड़ाई
कानपुर, 12 अक्टूबर । गोरखपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड के बाद सरकार ने उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को नौकरी देने का वादा पूरा किया। मंगलवार को मीनाक्षी अपने बेटे अविराज, भाई सौरभ गुप्ता और चाचा ईश्वरचंद के साथ ज्वाइनिंग लेने के कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में आटो से पहुंचीं।
केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने मीनाक्षी को विशेष कार्यधिकारी (ओएसडी) पद पर ज्वाइनिंग कराई। इस दौरान अफसरों ने सभी दस्तावेजों को हस्ताक्षर कराते हुए नियुक्ति की सभी औपचारिकताएं पूरी कराई और उन्हें बधाई दी। नियुक्ति मिलने के बावजूद मीनाक्षी के चेहरे पर उदासी के भाव हर समय बने रहे।
केडीए वीसी ने ज्वाइनिंग के बाद मीनाक्षी को अभी इच्छानुसार वर्क फ्रॉम करने को कहा। वहीं, मीनाक्षी ने बताया कि वे अगले सोमवार से केडीए में वर्किंग शुरू करेंगी। मीनाक्षी दोपहर केडीए कार्यालय पहुंची। उन्हें केडीए वीसी अरविंद सिंह का कमरा नहीं पता था, कर्मचारियों से पूछते हुए वीसी के कमरे में पहुंची तो गेट पर तैनात कर्मचारी ने सलाम किया। इसके बाद मीनाक्षी के साथ सभी लोग वीसी के सामने बैठे। इस दौरान अधिकारियों ने सभी शैक्षणिक कागजों को चेक किया। मीनाक्षी से आधा दर्जन कागजों में हस्ताक्षर करने के बाद नियुक्ति पत्र पर केडीए वीसी ने हस्ताक्षर किए।
इंसाफ मिलने तक जारी रखेंगी संघर्ष
केडीए में ओएसडी पद पर नियुक्ति मिलने के बाद कुर्सी पर बैठते ही मीनाक्षी रो पड़ी। उन्होंने झलकते आंसुओं व भरे मन से कहा कि मेरा संघर्ष पति मनीष के इंसाफ तक जारी रहेगा। रोते हुए मीनाक्षी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किए सभी वादे पूरे हो गए हैं, सिर्फ गोरखपुर से केस ट्रांसफर होना बाकी है। उन्होंने गोरखपुर मासूम बच्चे के साथ जाने में डर जाहिर किया और कानपुर में ही केस ट्रांसफर करने की बात कही।