मुख्यमंत्री योगी के आगमन से पहले डफरिन अस्पताल में जीका वार्ड तैयार

मुख्यमंत्री योगी के आगमन से पहले डफरिन अस्पताल में जीका वार्ड तैयार

मुख्यमंत्री योगी के आगमन से पहले डफरिन अस्पताल में जीका वार्ड तैयार

कानपुर, 09 नवम्बर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को कानपुर आ रहे हैं। वे यहां पर हरी झंडी देकर मेट्रो ट्रायल का शुभारम्भ करेंगे। शहर में बढ़ रहे जीका वायरस के मामले में अधिकारियों संग बैठक कर विस्तृत जानकारी लेंगे। ऐसी संभावना भी है कि जिला अस्पताल का निरीक्षण भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले जिला महिला डफरिन अस्पताल में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यहां पर जीका वार्ड बनाया गया है।

डफरिन की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. सीमा श्रीवास्तव मंगलवार देर शाम को यह जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में जीका वार्ड बनकर तैयार हो गया है। पेईंग वार्ड को ही जीका वार्ड में परिवर्तित किया गया है, जिसमें 15 बेड और पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में 10 बेड कुल 25 बेड तैयार किये गए हैं। हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि अभी तक अस्पताल में कोई भी जीका पॉजिटिव महिला नहीं आई है। जिन महिलाओं में बुखार या जीका से मिलते जुलते लक्षण दिख रहे हैं, उनका सैम्पल लिया जा रहा है। सैम्पल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजे जा रहे हैं। यदि किसी गर्भवती महिला में संक्रमण की पुष्टि होती है तो उसे तुरंत जीका वार्ड में एडमिट किया जायेगा ।

डॉ. सीमा ने बताया कि जीका वार्ड में 15 बेड गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार किये गए हैं। यदि आपात स्थिति में जीका धनात्मक महिला की डिलीवरी करायी जाती है तो उसे पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में रखा जायेगा। जिसके लिए 10 बेड तैयार किये गए हैं। उन्होंने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जीका जांच के लिए प्रयास हो रहे हैं, यदि मेडिकल कॉलेज में जांच शुरू हो जाती है तो हम और ज्यादा सैम्पल लेंगे ताकि सभी गर्भवती महिलाओं की जांच हो सके। गर्भवती में जीका संक्रमण होने पर गर्भस्थ शिशु में माइक्रो सिफैली (छोटा सिर होने से विकृति) होने का खतरा बना रहता है, हालांकि इसकी आशंका भी बहुत ही कम है फिर भी जिन गर्भवती महिलाओं में जीका के लक्षण लग रहे हैं उनका अल्ट्रासाउंड अनिवार्य रूप से कराया जा रहा है ताकि गर्भस्त शिशु की स्थिति का पता लगाया जा सके।

हॉस्पिटल मैनेजर डॉ. दरख्शा परवीन ने बताया कि जिन क्षेत्रों में जीका संक्रमित मिल रहे हैं उन क्षेत्रों से आने वाले सभी मरीजों की बुखार की जांच अनिवार्य रूप से की जा रही है, गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे में किसी भी प्रकार की विकृति का पता लगाया जा सके।

गौरतलब है कि जीका वायरस के बढ़ते केस को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 नवम्बर को कानपुर आ रहे हैं। साथ ही केडीए हॉल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहेंगे। जीका वायरस के बढ़ते मामले पर सीएम ने स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मंगाई है।