उप्र के कई जिलों में पारा पांच डिग्री के नीचे, ठंड का कहर जारी

कानपुर-बरेली, बागपत-मैनपुरी में सबसे अधिक ठंड

उप्र के कई जिलों में पारा पांच डिग्री के नीचे, ठंड का कहर जारी

कानपुर, 08 जनवरी। बर्फीली हवाओं के चलते हाड़ कंपा देनी वाली ठंड जारी है। कानपुर समेत प्रदेश के बारह जिलों का तापमान पांच डिग्री के नीचे बना हुआ है। शनिवार रात और रविवार की भोर तापमान दो डिग्री तक पहुंच गया। बरेली, बागपत, मैनपुरी दो से तीन डिग्री के बीच तापमान रहा। मौसम विभाग के मुताबिक कानपुर में बीस वर्ष का रिकॉर्ड टूट गया। पुराने रोगियों को चिकित्सकों ने बेहद सावधानी करने की चेतावनी दी है।



कानपुर में बीते तीन दिन से न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से कम रहा। पांच जनवरी को न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री था जो छह जनवरी को गिरकर 3.2 डिग्री पर पहुंच गया। सात जनवरी को पुन: तापमान नीचे दो डिग्री पर चला गया। यह इस सीजन का ही नहीं सात जनवरी 2013 के बाद से सबसे कम है। कड़ाके की ठंड ने कानपुर में 20 वर्ष का रिकॉर्ड टूट गया।

धूप से नहीं मिलेगी राहत, ठंड बढ़ने की संभावना



सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहा है। शनिवार को उप्र में दिन में धूप निकलने के बावजूद कोहरा एवं बर्फीली हवाओं की वजह से ठंड बरकरार है। एक दिन पहले कानपुर में न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जिसमें 1.2 की कमी दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, अभी ठंड और बढ़ेगी। बीच-बीच में कुछ देर के लिए धूप निकल सकती है। लेकिन, बर्फीली हवाएं परेशान करेंगी।

कानपुर दो डिग्री सेल्सियस, बरेली 2.9, मुजफ्फर नगर 3.0,गौतमबुद्ध नगर 3.7, झांसी 4.0, लखनऊ 4.0, गाजियाबाद 4.1, अलीगढ़ 4.2, मथुरा 4.7, वाराणसी 4.8, अयोध्या 5.0, प्रयागराज 5.5, यह न्यूनतम आंकड़े शनिवार-रविवार की रात के हैं।

शरीर को ढक कर ही निकलें बाहर, पुराने रोगी ठंड में बाहर न निकलें

स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने सावधान करते हुए कहा है कि पुराने रोगी, कोरोना से ठीक हुए लोग ठंड में बाहर न निकलें। नसों के रोगी गर्म कपड़ा लपेटकर शरीर को गर्म रखें। दमा और अस्थमा के रोगी ठंड से बचें। दवा की डोज दुरुस्त कराएं। गर्म कमरे से अचानक बाहर ठंड में न निकलें। छोटे बच्चों को गर्म कपड़े से ढंके रहें। माताएं शिशुओं को कंगारू केयर दें। हाई ब्लड प्रेशर के रोगी जांच कराकर दवा की डोज दुरुस्त करा लें। ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें। इससे ब्रेन और हार्ट अटैक पड़ सकता है।