माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद् की बैठक शुरू
माघ मेला दुनिया के लिए समरसता का प्रतीक : चम्पत राय
प्रयागराज, 08 जनवरी । माघ मेला क्षेत्र पुण्यभूमि है। जहां पूज्य साधु संत और गृहस्थ आकर जब और तप करते हैं। विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना के बाद अभी तक सभी हिन्दू समाज की आस्था और संस्कृति हिन्दू स्वाभिमान और गौरव से जुड़े सभी विषयों पर चिंतन और पूज्य संतों द्वारा हिन्दू समाज को मार्गदर्शन इसी पुण्य भूमि से समय-समय पर मिलता रहा है। यह मेला दुनिया के लिए समरसता का प्रतीक है। जहां आकर हमें अपनी संस्कृति की जड़ों की गहराई का अनुभव होता है।
यह बातें विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने माघ मेला में विश्व हिन्दू परिषद काशी प्रांत की प्रांत बैठक में शनिवार को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि सभी कार्यकर्ता नवम्बर माह में हिन्दू समाज के बीच हित चिंतक अभियान को लेकर गए थे जिसका उद्देश्य हमें हर हिन्दू तक पहुंचना और हर गांव और हर घर तक पहुंचना है। हमें हित चिंतक अभियान में जुड़े अपने समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए संगठन को गांव-गांव तक पहुंचाना पड़ेगा।
इसके पूर्व बैठक का शुभारम्भ विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश गजेंद्र, प्रांत अध्यक्ष कविंद्र प्रताप सिंह, प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
चम्पत राय ने आगे कहा कि यह कार्य संगठन की स्थापना के 60 वर्ष 2024 में पूर्ण होंगे। उससे पहले हमें यह करना है जिससे अवैध धर्मांतरण एवं चंगाई सभा से देश के अनुसूचित समाज के मन में तनाव बढ़ रहा है। हमें यह बात पर ध्यान देना होगा। लालच धोखा भय से किसी कीमत पर धर्मांतरण ना हो माताओं बहनों के माध्यम से परिवार में संस्कार और संस्कृति का समावेश हो इसके लिए अधिक से अधिक माताओं बहनों के बीच हिंदू समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियां लव जिहाद के विषय को ले जाना हमारा कार्य है। 2024 तक विहिप का नेटवर्क हर गांव मोहल्ले तक होगा। तब न गौ माता की हत्या होगी, न धर्मांतरण होगा और ना ही लव जिहाद की घटना होगी। सामाजिक समरसता एवं मुख्यधारा से दूर हुए अपने वंचित समाज को मुख्यधारा में लाने का कार्य संगठन द्वारा निरंतर किया जा रहा है। उसमें हमें बहुत बड़ी सफलता मिल रही है। संगठन के अनेक सेवा के प्रकल्प रोजगार और चिकित्सा के प्रकल्प चल रहे हैं। जिसकी संख्या हमें आने वाले 6 महीनों में बढ़ानी है। जिससे धर्मांतरण पर रोक लगाई जा सकेगी।
क्षेत्र संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश गजेंद्र ने कहा कि हिंदू समाज से जुड़े विषयों संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए पूरे देश के इस कार्य में जुड़े लोगों का संगम इस धरती पर होता है और संगठन भी आने वाले दिनों में अखिल भारतीय स्तर के धर्माचार्य का सम्मेलन इसी शिविर में आयोजित किया जाएगा। माताओं बहनों के कार्यक्रम होंगे। समाज के अनेक प्रबुद्ध लोगों का भी कार्यक्रम तय किया गया है और पूज्य संत हिंदू समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियों पर चिंतन शिविर में आगे कर हिंदू समाज का मार्गदर्शन करेंगे। हम सभी कार्यकर्ताओं को यह मान के कार्य करना होगा कि यह कार्य ईश्वर का कार्य है। हमारे मार्ग मी में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है फिर भी हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं और अपना संकल्प पूरा कर रहे हैं।
बैठक में संगठन द्वारा काशी प्रांत के नए अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह को पदाधिकारियों ने अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी संघ के स्वयंसेवक थे, उनके संस्कार मुझे मिले हैं। अब सेवानिवृत्ति के बाद मैं संगठन का कार्य निष्ठापूर्वक करूंगा। इस अवसर पर प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार, सह संगठन मंत्री नितिन, प्रांत उपाध्यक्ष विमल प्रकाश, सुरेश अग्रवाल, अनिल पांडे, अजय गुप्ता, रविंद्र मोहन गोयल, संजय गुप्ता, विनोद अग्रवाल, महेंद्र मौर्य, दिवाकर नाथ त्रिपाठी, कृष्ण गोपाल, अमित पाठक, कमला मिश्रा, पूनम सहित 19 जिलों के सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।