उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बने प्रमोद कुमार, बोले पूरी निष्ठा से करूंगा काम

उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बने प्रमोद कुमार, बोले पूरी निष्ठा से करूंगा काम

उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक बने प्रमोद कुमार, बोले पूरी निष्ठा से करूंगा काम

31 जुलाई । इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (आईआरएसईई) के अधिकारी प्रमोद कुमार ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण कर लिया है। ये जानकारी उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. अमित मालवीय ने दी।

डॉ. अमित मालवीय ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के 1984 परीक्षा बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए भारतीय रेल की सेवा की है। प्रमोद कुमार का लियन मध्य रेलवे के साथ है और अपने कैरियर के प्रारंभ में उन्होंने थोड़े समय के लिए आगरा में (परिवीक्षा के दौरान) सहायक बिजली इंजीनियर/कर्षण वितरण के रूप में कार्य किया।


उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में जूनियर और सीनियर स्केल में काम किया। साथ ही मध्य रेलवे के झांसी और जबलपुर मंडलों में विद्युत इंजीनियरिंग संबंधी विभिन्न कार्य क्षेत्रों जैसे कर्षण वितरण, इंजनों के रखरखाव और संचालन, निर्माण, सामान्य सेवाओं आदि में कार्य किया। उन्होंने न्यू कटनी जंक्शन पर इलेक्ट्रिक लोकोशेड की स्थापना में भी अग्रणी भूमिका निभाई।

मुख्य परियोजना निदेशक/आरई/जयपुर के पद पर काम करते हुए भारतीय रेल की पहली हाई राइज ओएचई की स्थापना, उनके उल्लेखनीय योगदानों में से एक है। प्रमोद कुमार को अपने विषय से संबंधित तकनीकी कार्यों के ज्ञान व अनुभव के अलावा सामान्य प्रशासन में भी कार्य करने का वृहत अनुभव है। उन्होंने अपर मंडल रेल प्रबंधक जयपुर, मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक, दक्षिण रेलवे के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में, वह अपर महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के रूप में कार्यरत थे।

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में खुर्जा के मूल निवासी प्रमोद कुमार का उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के सेवित क्षेत्र से पुराना जुड़ाव है। उन्होंने दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट आगरा के पूर्व छात्र हैं। जहां से उन्होंने 1984 में बीएससी इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल) स्नातक की डिग्री प्राप्त की। साथ ही उन्होंने 2003 से 2006 के दौरान झांसी मंडल में और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में 2007 से 2009 तक कार्य किया है।
तो वहीं प्रमोद कुमार का प्रयागराज के साथ जुड़ाव 2006 से है। जब उन्होंने उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोर और फिर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में मुख्य बिजली सेवा इंजीनियर (सीईएसई) के रूप में कार्य किया, जहां वे विभिन्न अवसंरचना कार्य संबंधी योजना और निष्पादन से जुड़े थे। आज की वर्तमान स्थिति में जब उत्तर मध्य रेलवे आधारभूत संरचना के विस्तार, गैरविद्युतीकृत खंडो का विद्युतिकरण और अपने स्वास्थ्य संबंधी ढांचे को मजबूत करने की परिवर्तनकारी दौर से गुजर रहा है। तब, यह उम्मीद है कि, प्रमोद कुमार के वृहत और विविधतापूर्ण अनुभव के साथ उत्तर मध्य रेलवे को एक कुशल नेतृत्व मिलेगा।

इससे आधारभूत संरचना के कामों को गति मिलने और ट्रेन संचालन को अधिक सुव्यवस्थित बनाने को बल मिलेगा। आपको बता दे कि 31 दिसंबर 2020 को राजीव चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद पिछले सात महीनों से महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे। वी.के. त्रिपाठी, महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रमोद कुमार का स्वागत किया और उनके नए दायित्व के लिए उन्होंने शुभकामनाएं दीं।

कार्यभार संभालने के बाद प्रमोद कुमार ने कहा कि, सभी चल रही परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा करना व उत्तर मध्य रेलवे में संरक्षायुक्त और कुशल ट्रेन संचालन सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।