महाकुम्भ : बसंत पंचमी के बाद गुलजार हुआ मेला क्षेत्र, बड़े हनुमान जी के दर्शन के लिये लगी लंबी कतारें
महाकुम्भ : बसंत पंचमी के बाद गुलजार हुआ मेला क्षेत्र, बड़े हनुमान जी के दर्शन के लिये लगी लंबी कतारें
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महाकुम्भ नगर, 6 फरवरी (हि.स.)। बसंत पंचमी को अमृत स्नान के दिन महाकुम्भ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की रेला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। बसंत पंचमी के स्नान के अगले दो दिन तक श्रद्धालुंओं की संख्या सामान्य ही रही है। लेकिन गुरुवार को मेला क्षेत्र पूरी तरह श्रद्धालुओं से गुलजार हो गया। संगम की ओर जाने वाले हर रास्ते पर सिर्फ सिर ही सिर ही दिखाई दे रहे हैं। बता दें, बसंत पंचमी के दिन 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगायी थी।
अमृत स्नान पर उमड़ी भीड़ : 14 जनवरी को मकर संक्रांति को प्रथम अमृत स्नान के दिन 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी थी। मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को दूसरे अमृत स्नान में 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं से संगम में डुबकी लगायी थी। 3 फरवरी तीसरे अमृत स्नान के दिन 2.5 करोड़ संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे। अमृत स्नान के बाद अब 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान शेष है। अनुमान है कि इन दोनों तिथियों पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु कुम्भ में आयेंगे।
बसंत पंचमी पर कम हुई आमद : 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर भगदड़ की वजह से 30 श्रद्धालु मारे गये थे। इसका असर 3 फरवरी को बसंत पंचमी स्नान के दौरान दिखा भी। सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर चलायी गयी नेगेटिव खबरों से ऐसा माहौल बना कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने कार्यक्रम कैंसिल कर दिये।
बसंत पंचमी के तीसरे दिन गुलजार हुआ मेला : बसंत पंचमी से अगले दो दिन तक श्रद्धालु की संख्या सामान्य ही रही। संगम क्षेत्र में भी यात्रियों के रेले कम ही दिखे। लेकिन गुरुवार की सुबह से मेला क्षेत्र में आने वाली हर सड़क पर भारी भीड़ और जाम लग गयी। प्रयागराज आने वाले सभी मुख्य मार्गों पर वाहनों की लंबी लाइने दिखाई दी। बाहरी मार्गों में स्थानीय नागरिक और श्रद्धालु घंटों जाम से जूझते रहे।
बड़े हनुमान मंदिर के बाहर लगी लंबी कतारें : अमृत और विशेष स्नान के दिनों में अत्यधिक भीड़ के चलते बड़े हनुमान मंदिर बंद रहता है। इस दिन श्रद्धालु मंदिर के झंडे को प्रणाम कर आशीष पाते हैं। गुरुवार को हनुमान मंदिर के बाहर एक से डेढ़ किलोमीटर लाइनें लगी। हनुमान जी के दर्शन के लिये श्रद्धालु घंटों लाइनों में लगे रहे। पुलिस की मुस्तैदी से भीड़ नियंत्रण में रही।
दुकानदारों के खिले चेहरे : महाकुम्भ क्षेत्र और विशेषकर संगम नोज के दुकानदारों के चेहरे बढ़ती भीड़ के चलते खिल गये। मौसम भी साफ और घूमने वाला था। ऐसे में स्नान ध्यान, पूजा पाठ और दर्शनों के बाद चाट पकौड़ी और नाश्ते की दुकानों में भीड़ उमड़ी। वहीं मेला घूमने वालों ने माला, सिंदूर, पूजा का सामान, खिलौने, साज श्रृंगार आदि सामान की जमकर खरीददारी की। संगम नोज पर मोछा चाय स्टाल संचालक शशिकांत विश्वकर्मा ने बताया, ‘अमृत स्नान के दिन अधिकतर दुकानें बंद करवा दी जाती हैं। बसंत पंचमी के बाद आज मेले में रौनक आयी है। ठीक बिक्री हो रही है।’ बड़े हनुमान मंदिर के बाहर प्रसाद विक्रेता राधेश्याम ने बताया, ‘अमृत और विशेष स्नान पर मंदिर बंद रहता है, वहीं काफी रास्तें भी बंद कर दिये जाते हैं। बसंत पंचमी के बाद मेले में श्रद्धालु बढ़ने लगे हैं।’ वो कहते हैं, ‘महाशिवरात्रि तक बिजनेस ठीक चलने की उम्मीद है।’
39 करोड़ अब तक चुके स्नान : गुरुवार सांय 6 बजे तक 71.74 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान से लेकर 6 फरवरी तक कुल 38.97 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगायी है।