कोर अध्यक्षा की पेंटिंग्स में प्रकृति एवं रचनाओं का सजीव चित्रण : ऋचा वर्मा

पेंटिंग प्रदर्शनी ‘सृजन” का दर्शकों ने की सराहना

कोर अध्यक्षा की पेंटिंग्स में प्रकृति एवं रचनाओं का सजीव चित्रण : ऋचा वर्मा

प्रयागराज, 18 फरवरी । इलाहाबाद संग्रहालय में चल रही पेंटिंग प्रदर्शनी “सृजन” में रेल विद्युतीकरण महिला कल्याण संगठन प्रयागराज की अध्यक्षा रचना सिंह की पेंटिंग्स का मूल भाव प्रकृति तथा प्रकृति की रचनाओं का सजीव चित्रण है। इसमें मानव प्रकृति और मानव द्वारा पूजे जाने वाले आस्था प्रतीकों का भी अद्भुत चित्रण है। प्रकृति तथा मानव आधारित पेंटिंग्स में एक अनुपात की सटीक समझ के दर्शन होते हैं।



उक्त विचार शुक्रवार को प्रदर्शनी देखने आयी ऋचा वर्मा ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विकास की प्रतीक, भारतीय रेल का प्रकृति से एकाकार और परस्पर सहजीवन ही भारतीय रेल की वह विशेषता है, जो उसे सार्थक विकास की ध्वजवाहक बनाता है। यह अन्यथा अछूता विषय भी उनकी पैनी निगाह से बच न सका और एक पेंटिंग में इस सहजीवन का अत्यंत सुंदर चित्रण हुआ है। संसार की अनेकों रचनाओं के अंतर सामंजस्य को देखने परखने का यही नया दृष्टिकोण है। उन्हें सुंदर चित्रों में उकेरना ही रचना सिंह को उनके समकालीनों के मध्य यथोचित स्थान दिलाती है।





बता दें कि, उक्त प्रदर्शनी का उद्घाटन 15 फरवरी को प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह (रज्जु भईया) विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति एवं निदेशक इलाहाबाद संग्रहालय डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने किया। यह प्रदर्शनी 20 फरवरी तक चलेगी।