महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज को लखनऊ, कानपुर व वाराणसी से जोड़ा जायेगा

महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज को लखनऊ, कानपुर व वाराणसी से जोड़ा जायेगा

प्रयागराज, 13 फरवरी। महाकुंभ 2025 को दिव्य एवं भव्य बनाने तथा प्रयागराज को विभिन्न स्थानों से जोड़ने वाली सड़कों के विकास के दृष्टिगत प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग नरेंद्र भूषण की अध्यक्षता में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक हुई। जिसमें प्रयागराज को लखनऊ, कानपुर एवं वाराणसी से जोड़ने हेतु आवश्यक चर्चा की गई।



बैठक में प्रयागराज-रायबरेली-लखनऊ मार्ग को फोर लेन करने के दृष्टिगत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक ने अवगत कराया कि लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग दो सेक्शन में विभक्त है, जिसमें लखनऊ से रायबरेली (70 किमी) एवं रायबरेली से प्रयागराज (106 किमी) शामिल है। उन्होंने अवगत कराया कि लखनऊ से रायबरेली तक फोरलेन का कार्य बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर पूर्ण हो चुका है और ऑपरेशन एवं मेंटीनेंस के स्तर पर है।

रायबरेली से प्रयागराज (106 किमी) की सड़क के विकास के दृष्टिगत उन्होंने बताया कि इसे दो चरणों में किया जा रहा है। प्रथम चरण में चार जगहों (जगतपुर, बाबूगंज, ऊचाहार, अलापुर) पर ग्रीन फील्ड बाईपास सृजित किया जा रहा है। सई नदी पर एक पुल का भी निर्माण किया जा रहा है। प्रथम चरण के सभी कार्य नवम्बर 2024 तक पूर्ण किये जाने की सम्भावना है।





द्वितीय चरण में 8.5 किमी के दो लेन को फोर लेन में उच्चीकृत किया जा रहा है। इस कार्य हेतु निविदा 19 जनवरी को प्राप्त हो चुकी है, जो मूल्यांकन के स्तर पर है। कार्य 31 मार्च, 2023 तक एवार्ड हो जाएगा तथा मार्च, 2024 तक पूर्ण होने की सम्भावना है। शेष 63 किमी हेतु निविदा आमन्त्रित की गयी है, जो मार्च, 2023 तक प्राप्त कर ली जाएगी। 15 अप्रैल, 2023 तक कार्य एवार्ड कर दिया जाएगा तथा दिसम्बर, 2024 तक पूर्ण होने की सम्भावना है।







इसी क्रम में मंडलायुक्त ने प्रयागराज से कानपुर रूट पर फतेहपुर से कानपुर तक किए जा रहे फोरलेन रोड के निर्माण की प्रगति धीमी होने की बात कही, जिस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इसे अति शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। लखनऊ एवं कानपुर दोनों ही रूट पर चौड़ीकरण एवं फोरलेन का कार्य पूर्ण हो जाने के पश्चात 200 किलोमीटर की दूरी लगभग 2.5 से 3 घंटे में पूरा करने का आश्वासन दिया जा रहा है।







प्रयागराज में बनाए जा रहे 6 लेन बृज सम्बंधित कार्यों पर चर्चा करते हुए मंडलायुक्त ने प्रमुख सचिव को अवगत कराया कि स्टैंडली रोड पर ब्रिज की लैंडिंग को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जनपद की ट्रैफिक सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआई) से सम्पर्क किया जा रहा है।







प्रयागराज में प्रस्तावित रिंग रोड के बारे में चर्चा करते हुए यह बताया गया कि कुल 65 किमी के एलाइनमेन्ट का अनुमोदन किया गया है तथा इसे दो चरणों में बनाने का भी निर्णय लिया गया है। प्रथम चरण में सहसों से दोंदूपुर तक कुल 29.5 किमी का निर्माण किया जाना है, जिसका डी.पी.आर कार्य प्रगति पर है।







इस परियोजना के प्रथम चरण को तीन पैकेज में विभक्त किया गया है। पैकेज 1 के अंतर्गत ग्राम दादूपुर (रीवा रोड) से ग्राम महुआरी (मिर्जापुर रोड) लम्बाई 7.6 किमी का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। पैकेज 2 के अंतर्गत ग्राम महुआरी (मिर्जापुर रोड) से ग्राम नवाबा उर्फ नीबीकला उपरहार लम्बाई 7.6 किमी का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है तथा पैकेज 3 के अंतर्गत ग्राम नवाबा उर्फ नीबी कला उपरहार से ग्राम खुदायपुर कसगांव (एनएच-16) लम्बाई 14.763 किमी का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।