पोलो ग्राउंड के कुंए में मिली लाश की शिनाख्त, राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी थी कि लाश
पोलो ग्राउंड के कुंए में मिली लाश की शिनाख्त, राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी थी कि लाश
प्रयागराज के हाईकोर्ट के निकट पोलोग्राउण्ड के अंदर स्थित गहरे कुंए से रविवार की शाम एक बोरी में युवती की लाश मिलने से हड़कंप मच गया था।सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना सिविल लाइंस पुलिस व फायर ब्रिगेड के जवानों ने सीढ़ी के सहारे लाश को कुएं से बाहर निकाला बोरा खोलने के बाद पाया कि उसमें एक नवजवान युवती की लाश है। वहां मौजूद लोगों से शिनाख्त करने को कहा लेकिन देर रात कुएं से बरामद युवती के लाश की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। रविवार की शाम पोलोग्राउण्ड के अंदर स्थित काफी पुराने कुएं के पास से रोज सड़क पर शाम को वाकिंग करने वाले लोगों को तेज दुर्गन्ध महसूस हुई शक के आधार पर कुछ राहगीरों ने पोलोग्राउण्ड में देखा मैदान खाली था लेकिन निरन्तर कुएं के अंदर से असहनीय दुर्गन्ध आ रही थी। पोलोग्राउण्ड के अंदर एक काफी पुराना और गहरा कुआं है लोगों ने उसमें झांककर देखा तो उन्हें एक बोरे में कुएं में उतराती नजर आयी।
माजरा तुरंत समझ में आ गया कि बोरे के अंदर किसी की लाश है। लोगों ने इसकी सूचना फौरन संबंधित थाना सिविल लाइंस को दी। सिविल लाइंस थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड के जवानों ने सीढ़ी के सहारे से जब कुएं के अंदर से बोरे को कुएं से बाहर निकाला और उसे खोलकर देखा तो पाया कि करीब (22)वर्षीया युवती की लाश बोरे में अकड़ी पड़ी है मृत युवती जींस पैन्ट,टी शर्ट, एवं पैरों में जूते पहने हुए थी कुएं में पड़े पड़े युवती के लाश से तीव्र दुर्गन्ध आ रही थी। रविवार की रात काफी कोशिशों के बावजूद उसकी पहचान नहीं हो पायी थी आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस ने डेडबाडी को पोस्टमॉर्टम हाउस भिजवा दिया। अगले दिन युवती के शव की पहचान उसके परिजनों ने समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर पढ़कर की। मृतका शिवकुटी थानांतर्गत तेलियरगंज एरिया के शिलाखाना की रहने वाली शालिनी धुरिया (रोली) जो कि राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी थी कि लाश थी।विश्वसूत्रों के अनुसार मृतका शालिनी धुरिया बहुत ही अच्छी फ़ुटबाल प्लेयर थी साथ ही काफी खुशमिजाज एवं मिलनसार व्यक्तित्व की थी। जल्द ही खिलाड़ी साथियों के साथ घुल-मिल जाती थी बचपन से ही शालिनी को फुटबॉल खेलने का शौक था प्रतिदिन शालिनी सदर बाजार स्थित फुटबॉल ग्राउण्ड में प्रैक्टिस के लिए बेनागा आती थी उसकी इसी लगन और अच्छे फुटबॉल खेल ने राष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल प्लेयर बना दिया था। सेकेंड लाकडाउन के कुछ महीनों बाद शालिनी अचानक से दिल्ली चली गई और वहीं पर किसी प्राइवेट कंपनी में जाब करने लगी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 फरवरी क उसका प्रयागराज आने का टिकट था वह दिल्ली से ट्रेन में सवार भी हुई लेकिन अपने घर शिलाखाना नहीं पहुंच सकी तभी से शालिनी धुरिया की खोजबीन में उसके परिजन जुटे हुए थे। उन्हें जब वह मिली तो लाश के रूप में जिसकी उन्होंने ने कभी सपने में भी कल्पना नहीं की थी। पुलिस के अनुसार शालिनी की हत्या कहीं और करने के बाद उसके लाश को बोरे में भरकर करीब सप्ताह भर पहले रात के अंधेरे में कुएं में हत्यारों ने फेंका होगा। शालिनी की हत्या किस कारण से और कहां की गयी है यह जांच का विषय है लेकिन ज्वलंत सवाल यह है कि क्या उसकी हत्या दिल्ली से प्रयागराज बुलाकर की गई है? ये एक ज्वलंत सवाल है, उसकी हत्या किस वजह से की गई है और उसकी हत्या व लाश को ठिकाने लगाने में कितने लोग शामिल थे। पुलिसिया जांच के बाद पता चलेगा। समाचार लिखे जाने तक शक के आधार पर इस रहस्य से पर्दा उठाने के लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।