भाजपा की पूर्व विधायक नीलम करवरिया केअंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़
भाजपा की पूर्व विधायक नीलम करवरिया केअंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़
प्रयागराज, 27 सितम्बर। मेजा विधानसभा सीट से भाजपा की पूर्व विधायक नीलम करवरिया का निधन, भारतीय राजनीति में एक गहरा सदमा लाया है। 2017 में उन्होंने विधायक का चुनाव जीता था और तब से वह क्षेत्र की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहीं। हाल ही में लिवर सिरोसिस की बीमारी से जूझने के बाद उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बिगड़ता चला गया, जिसके कारण उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि चिकित्सकीय कोशिशों के बावजूद, उनकी हालत गंभीर बनी रही, और अंततः उन्होंने देर रात अंतिम सांस ली। नीलम करवरिया के निधन पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने शोक संवेदनाएँ व्यक्त की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उनका योगदान और नेतृत्व निश्चित ही उनकी पार्टी और क्षेत्र के लिए अमूल्य था।
उनके निधन की खबर फैलते ही समर्थकों और प्रशंसकों का ताता उनके आवास पर जुटने लगा। उनकी शेष बची संतानें—दो बेटियाँ समृद्धि और साक्षी, और एक बेटा सक्षम—उनकी यादों और शिक्षाओं को संजोने के लिए कठिन दौर से गुजर रहे हैं। नीलम करवरिया के प्रतिनिधि जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि शव को हैदराबाद से बाबतपुर बनारस एयरपोर्ट लाया जाएगा, जहाँ से फिर उसे उनके निवास स्थान कल्याणी देवी ले जाया जाएगा। ऐसा मानते हुए कि उनका सफर समाप्त हो गया है, उनके समर्थक श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े।
जब शव को मेजा लखनपुर आवास पर लाया गया, तब वहां जनसैलाब देखने को मिला। सामाजिक-सांस्कृतिक कृत्यों के माध्यम से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। इलाहाबाद मिर्जापुर राजमार्ग पर भीड़ की वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे स्थानीय यातायात प्रभावित हुआ। श्रद्धांजलि समारोह में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया, यह दर्शाते हुए कि नीलम करवरिया ने अपने जीवन में जो प्रभाव छोड़ा था, वह कितना गहरा था। उनके योगदान और संघर्ष को स्मरण करते हुए जनसामान्य ने उन्हें प्रणाम किया, और उनकी विदाई ने सभी के दिलों में एक गहरा शून्य छोड़ दिया।