यूपी बोर्ड परीक्षा : पहले दिन 44 लाख विद्यार्थियों ने दी परीक्षा, चार लाख रहे अनुपस्थित
पूरे प्रदेश में व्यवस्था रही चाक-चौबंद, अपर मुख्य सचिव ने भी किया निरीक्षण
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में पहले दिन चार लाख अट्ठारह हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। आज हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में हिन्दी का पेपर था। परीक्षार्थियों की संख्या की दृष्टि से विश्व की सबसे बड़ी परीक्षा में 51 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। पहले दिन पूरे प्रदेश में 23 विद्यार्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े गये।
आज की परीक्षा में शामिल होने के लिए कुल 48,39,943 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इसमें प्रथम पाली में कुल पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 27,42132 थी। 24,81,012 विद्यार्थी उपस्थित हुए। वहीं 2,61,120 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। प्रथम पाली में हाई स्कूल के हिंदी का पेपर था। दूसरी पाली के इंटरमीडिएट की परीक्षा में 20,97,811 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इसमें से 19,40,424 विद्यार्थी उपस्थित रहे। वहीं 1,57,387 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। दोनों पालियों को मिलाकर 44,21,436 विद्यार्थियों ने पहले दिन परीक्षा दी। इसमें से कोरोना संक्रमण काल के कारण करीब दो वर्ष बाद हो रही परीक्षा में परीक्षार्थियों के साथ यूपी बोर्ड के कर्मियों की भी परीक्षा हो रही है। वर्ष 2021 में कोविड संक्रमण के कारण बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराई गई थी, सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया था।
परीक्षा के पहले दिन व्यवस्था चाक चौबंद रही। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने केन्द्रों का निरीक्षण किया और बच्चों को फूल देकर उनका हौसला भी बढ़ाया। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला से गुरुवार को प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। लखनऊ में वह टीम के कई सेंटर्स पर गईं। जुबली इंटर कॉलेज में भी उन्होंने व्यस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों को फूल देकर उनका हौसला भी बढ़ाया। उन्होंने बोर्ड के सभी अधिकारियों को नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए निर्देश भी दिए।
सभी परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे, वायस रिकार्डर के माध्यम से माॅनिटरिंग करने के लिए डीवीआर के साथ राउटर लगाए गए हैं। जिला मुख्यालयों के साथ ही राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। 12 अप्रैल तक होने वाली इस परीक्षा में नकल रोकने के कड़े इंतजाम भी हैं।
बोर्ड परीक्षाओं में पहली बार साफ्टवेयर के माध्यम से केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केंद्र व्यवस्थापक व वाह्य कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की गयी है। ताकि परीक्षा में पारदर्शिता व शुचिता बनी रहे। कुल एक लाख 37 हजार 084 परीक्षा कक्षों में दो लाख 74 हजार 168 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की गयी है, जिसमें 50 प्रतिशत वाह्य कक्ष निरीक्षक हैं।