महाकुंभ में लखनऊ, वाराणसी और फैजाबाद से प्रयागराज के लिए हर घंटे के अंदर ट्रेन मिलेगी

महाकुंभ में श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए लखनऊ जोन में 36 नई गाड़ियां संचालित: महाप्रबंधक

महाकुंभ में लखनऊ, वाराणसी और फैजाबाद से प्रयागराज के लिए हर घंटे के अंदर ट्रेन मिलेगी

वाराणसी, 21 नवम्बर । उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं को प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं उपलब्ध होगी। लखनऊ, वाराणसी और फैजाबाद से प्रयागराज के लिए हर घंटे के अंदर ट्रेन मिलेगी। स्पेशल ट्रेनों के अलावा रूट की ट्रेनें भी संचालित की जाएंगी। महाप्रबंधक बुधवार को यहां कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

महाप्रबंधक ने बताया कि उत्तर रेलवे ने प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए लखनऊ जोन में 36 नई गाड़ियां संचालित करने की पूरी तैयारी की है। इन ट्रेनों से एक दिन में दो फेरे लगाए जाएंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ट्रैक मेंटेनेंस पर खासा जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वाराणसी, फैजाबाद और प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर अलग से होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा। लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं के लिए होल्डिंग एरिया में विश्राम, टिकट काउंटर, खाने-पीने और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि होल्डिंग एरिया में दर्शनार्थियों और कुंभ से जुड़े यात्रियों को प्रवेश दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि बुजुर्ग और महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान मेडिकल सुविधा, एंबुलेंस और ग्रीन कॉरिडोर की भी व्यवस्था रहेगी। आरपीएफ, मैकेनिकल और काॅमर्शियल के 2000 से अधिक कर्मचारियों को महाकुंभ में लगाया जाएगा, जो कि घेरा बनाते हुए श्रद्धालुओं को ट्रेन के कोच में सवार कराएंगे। इसके बाद कोच का गेट बंद करा दिया जाएगा। इससे भगदड़ जैसी स्थिति की नौबत नही आएगी। उन्होंने बताया कि दिसंबर 31 तक वाराणसी-प्रयागराज दोहरीकरण, विद्युतीकरण कार्य पूरा हो जाएगा । उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए इस वित्तीय वर्ष में 12 सौ करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे।

इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान ट्रेन के आने से पहले यात्रियों को प्लेटफार्म पर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें लाइन में बैठकर यात्रा करनी होगी। महाप्रबंधक ने वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को एनएसजी-1 कैटेगरी में शामिल किए जाने पर खुशी जताई। महाप्रबंधक ने इसे उत्तर रेलवे और वाराणसी के लिए गौरव का पल बताया।