जेएनयू से आए प्रतिनिधिमंडल ने कुम्भ अध्ययन कार्यक्रम को सराहा 

-शोधकर्ताओं का दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर में हुआ स्वागत

जेएनयू से आए प्रतिनिधिमंडल ने कुम्भ अध्ययन कार्यक्रम को सराहा 

महाकुम्भ नगर, 11 फरवरी (हि.स.)। महाकुम्भ के सेक्टर -7 में स्थित उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से आए अनुसंधान दल ने कुम्भ अध्ययन प्रमाण पत्र कार्यक्रम से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की। जेएनयू से प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर्स का एक दल कुम्भ आयोजन से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर शोध करने के लिए मंगलवार को प्रयागराज पहुंचा।



मुक्त विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर पहुंचने पर शिविर के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने दल के सदस्यों का स्वागत किया तथा उन्हें कुम्भ अध्ययन में प्रमाण पत्र कार्यक्रम के सम्बंध में जानकारी प्रदान की। डॉ भदौरिया ने बताया कि मुक्त विश्वविद्यालय ने जनवरी 2025 सत्र से कुम्भ अध्ययन प्रमाण पत्र प्रारम्भ किया है, जिसका उद्देश्य देश की अधिकाधिक आबादी को कुम्भ के महत्व के बारे में बताना है।

मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने महाकुम्भ के अवसर पर जनवरी सत्र में प्रवेश लेने वाले शिक्षार्थियों के लिए मात्र 500 रूपये में प्रवेश की सुविधा प्रदान की है। इस कार्यक्रम के आधिकाधिक प्रचार प्रसार के लिए महाकुम्भ क्षेत्र के सभी सेक्टरों में विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त किए गए कुंभ गाइड कोर्स से सम्बंधित पर्चा वितरित कर रहे हैं। जिससे इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने वालों का रुझान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

जेएनयू के प्रतिनिधि मंडल में प्रोफेसर बिन्दु मंगला, प्रोफेसर अन्नू सिंह, डॉ रिचा सिंह तथा शोध छात्रा शैलजा जिंदल, लतिका अग्रवाल, निपासी त्यागी, शैली त्यागी, गरिमा त्यागी आदि ने दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर द्वारा उनके शोध कार्य में सहायता करने पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह अधिक से अधिक लोगों को इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित करेंगे।