विधानसभा उपचुनाव : सपा का सिरदर्द बने एआईएमआईएम और आसपा
विधानसभा उपचुनाव : सपा का सिरदर्द बने एआईएमआईएम और आसपा
लखनऊ, 18 नवंबर । उप्र विधानसभा के उपचुनाव में सभी दल अपने-अपने तरीके से जोर-आजमाईश कर रहे हैं। भाजपा, सपा और बसपा के अलावा छोटे दलों की भी सक्रियता बढ़ गयी है। वहीं कौशांबी जिले की चायल सीट से सपा की विधायक पूजा पाल फूलपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार दीपक पटेल का प्रचार कर रही हैं। वहां कांग्रेस के बागी नेता ने पहले ही निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल कर दिया है।
उपचुनाव में असदुद्दीन ओबैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। चंद्रशेखर आजाद भी मुस्लिम और दलित वोट में सेंधमारी कर सपा का सिरदर्द बढ़ा रहे हैं। उधर ओबैसी की पश्चिम उप्र के मुस्लिम समाज में अच्छी पकड़ मानी जाती है। मुरादाबाद के कुंदरकी से 2022 में एआईएमआईएम से चुनाव लड़ने वाले मो. वारिस को 14,251 मत मिले थे। वहीं कांग्रेस के दरक्शा बेगम सिर्फ 1716 मत ही पायी थीं। इस बार भी मो. वारिस चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं सपा से हाजी रिजवान चुनाव मैदान में हैं, जबकि भाजपा से रामवीर सिंह ताल ठोक रहे हैं।
मैनपुर की करहल सीट से सपा ने तेज प्रताप यादव, भाजपा ने अनुजेश यादव, बसपा ने अविनाश कुमार शाक्य को टिकट दिया है। वहीं चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आसपा से विश्व प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जो सपा के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। दूसरी तरफ भाजपा के अनुजेश यादव तेज प्रताप के फूफा हैं। वहां मुख्य मुकाबला फूफा और भतीजे के बीच है।
गाजियाबाद में आसपा ने सत्यपाल चौधरी को टिकट दिया है, जबकि बसपा ने पीएन गर्ग को टिकट देकर भाजपा के लिए परेशानी खड़ी करने की कोशिश की है। अलीगढ़ की खैर सीट से भाजपा ने सुरेंद्र दिलेर, सपा ने डॉ. चारू कैन, बसपा ने डॉ. पहल सिंह और आसपा ने नितिन कुमार चौटेल को प्रत्याशी बनाया है। प्रयागराज की फूलपुर सीट से भाजपा ने दीपक पटेल, सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी, बसपा ने जितेंद्र ठाकुर और आसपा ने शाहिद अख्तर खान को उम्मीदवार बनाया हैं। फूलपुर में कांग्रेस के बागी नेता के साथ ही सपा विधायक पूजा पाल ने भी सपा के लिए सिरदर्द बढ़ा दिया है। पूजा पाल भाजपा उम्मीदवार का प्रचार कर रही हैं।
मिर्जापुर की मंझवा सीट से भाजपा ने सुचिस्मिता मौर्या, सपा ने ज्योति बिंदु को उतारा है। बसपा ने वहां दीपू तिवारी को टिकट देकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है। आसपा ने धीरज मौर्या को मैदान में उतारा है। बसपा जहां भाजपा का सिरदर्द बढ़ा रही है, वहीं धीरज मौर्या सपा के लिए सिरदर्द बन गये हैं।
कानपुर की सीसामऊ सीट से भाजपा ने सुरेश अवस्थी, सपा ने नसीम सोलंकी और बसपा ने वीरेंद्र शुक्ला को मैदान में उतारा है। इस सीट से आसपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। मीरापुर और कुंदरकी दो ऐसी सीटें हैं जहां पर असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी एआईएमआईएम से कैंडिडेट्स उतारे हैं। मीरापुर से भाजपा की जगह आरएलडी के उम्मीदवार मिथलेश पाल, सपा से सुम्बुल राणा, बसपा से शाह नजर, आसपा से जाहिद हुसैन और एआईएमआईएम से अरशद राणा को मैदान में उतारा गया है।
कुंदरकी सीट से एआईएमआईएम से मोहम्मद वारिस, भाजपा से रामवीर सिंह ठाकुर, सपा से हाजी रिजवान, बसपा से रफतउल्ला और आसपा से हाजी चांद बाबू को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा, मैनपुरी की करहल सीट पर भाजपा ने सरप्राइज दिया है। भाजपा ने अनुजेश यादव को टिकट देकर लोगों को सरप्राइज कर दिया, क्योंकि वो अखिलेश यादव के बहनोई हैं। करहल सीट सपा के प्रभत्व वाली सीट रही है और यादव वोटरों का दबदबा माना जाता रहा है। ऐसे में भाजपा ने यादव उम्मीदवार और अखिलेश यादव के परिवार के सदस्य को टिकट देकर चौंका दिया है।