नौ जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर, प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी हैं 1992 नावें
नौ जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर, प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी हैं 1992 नावें
12 अगस्त । प्रदेश के नौ जिलाें में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन स्तर पर हर जगह राहत कैंप लगाये गये हैं। रेस्क्यू के लिए टीमें लगायी गयी हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1992 नावें भी लगायी गयी हैं।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने गुरुवार की शाम को बताया कि गंगा कचला ब्रिज बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, यमुना नदी- बांदा, प्रयागराज, शारदा-नदी पलियाकलां खीरी, क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।
वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि गत 24 घंटे में प्रदेश में 12.7 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 10 मिमी के सापेक्ष 127 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2021 से अब तक 464.6 मिमी औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 462.7 मिमी के सापेक्ष 100 प्रतिशत है। प्रदेश के वर्षा व बाढ़ से प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 60 टीमें तैनाती की गयी हैं। 1992 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है तथा 564 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा 536 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
श्री प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 20,768 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। अब तक कुल 1,67,213 फूड पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 951 बाढ़ शरणालय तथा 1228 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 38 अब तक कुल 504 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। विगत 24 घंटों में पशु टीकाकरण की संख्या 26,405 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 2,77,075 है।