वैशाख की पूर्णिमा पर आदिगंगा गोमती की गई भव्य आरती
श्रीमनकामेश्वर मठ-मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी जी के सानिध्य में 11 वेदियों से की गई आरती
लखनऊ, 06 मई । वैशाखा मास की पूर्णिमा, शुक्रवार को डालीगंज स्थित प्राचीन श्रीमनकामेश्वर मंदिर के उपवन घाट पर नमोस्तुते मां गोमती की आरती की गई। मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी के सानिध्य में 11 वेदियों से आरती हुई।
इस अवसर पर शंख-घंटों और मंत्रोच्चारण की ध्वनि से तट का वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर भगवान बुद्ध की स्मृति में भी दीप भी प्रज्जवलित किए गए। भक्तों ने गोमती स्वच्छता का भी संकल्प लिया।
मंदिर की ओर से प्रत्येक माह की पूर्णिमा पर होने वाली आरती की कड़ी में वैशाख की पूर्णिमा को भी भव्य आरती हुई। आचार्य शिवराम अवस्थी एवं गौरजा गिरि ने आरती के समय मंत्रोच्चार किया और पूजन सम्पन्न कराया।
इससे पहले मंदिर की मुख्यकार्यकर्ता उपमा पाण्डेय सहित अन्य सेवादार सुनीता, पूजा, नीतू शमार्, लक्ष्मी ने वेदियों पर रंगोली सजाई और दीप प्रज्जवलित किए। वेदियों से गौरव शुक्ल, रवि, प्रमोद, अनूप, हिमांशु प्रदीप,अश्वनी तरुण, सचिन प्रखर ने आरती की। इस अवसर पर भगवान बुद्ध के शांति सन्देश का प्रचार हुआ। आरती में शामिल होने आए श्रद्धालुओं ने गोमती स्वच्छता का भी संकल्प लिया।
मंदिर श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज ने कहा कि भगवान बुद्ध इस संसार में शांति के दूत बनकर आए। उन्होंने दुनिया को शांति का संदेश दिया। सत्य के मार्ग पर चलने और दया की भावना को प्रचारित किया। कहाकि आज विश्व में जब कई जगहों पर युद्ध और हिंसा का माहौल बना हुआ तो ऐसे में भगवान बुद्ध का संदेश शांति की राह पर ले जा सकता है।