आधी रात को पाकिस्तान में बदली सरकार, शहबाज ने कहा- अब कानून का होगा राज

आधी रात को पाकिस्तान में बदली सरकार, शहबाज ने कहा- अब कानून का होगा राज

आधी रात को पाकिस्तान में बदली सरकार, शहबाज ने कहा- अब कानून का होगा राज

इस्लामाबाद, 10 अप्रैल। पाकिस्तान में शनिवार-रविवार रात इमरान खान की सरकार अल्पमत में आने के बाद गिर गई। नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पीटीआई को अविश्वास प्रस्ताव पर हार का सामना करने के बाद सरकार गिर गई है। असेंबली में वोटिंग से पहले इमरान के सभी सांसद असेंबली से बाहर चले गए। पाकिस्तान नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद वोटों की गिनती की गई विपक्ष की तरफ से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े। नई सरकार में शहबाज शरीफ होंगे पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के शहबाज शरीफ को संयुक्त विपक्ष ने पहले ही अपना नेता चुना था। शहबाज ने अपने संबोधन में कहा कि आवाम की दुआ कबूल हुई है, देश में कानून का शासन स्थापित किया जाएगा। इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर इमरान खान के देश छोड़ने पर रोक लगाने की मांग की गई है। इससे पहले पाकिस्तान में पूरे दिन सियासी खींचतान के बाद शनिवार देर रात को नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इस्तीफा दे दिया है।

इससे पहले इमरान खान ने प्रधानमंत्री आवास छोड़कर हेलीकॉप्टर से कहीं चले गए हैं। माना जा रहा कि वे अब अपने निजी घर बनीगाला के लिए गए हैं। पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री ने कहा है कि इमरान खान को प्रधानमंत्री आवास से विदा किया गया है। सरकार जाने के साथ ही इमरान खान के सचिव आजम खान का तबादला कर दिया गया है। इसके अलावा अटार्नी जनरल ने अपना इस्तीफा दे दिया है।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इमरान खान के खिलाफ याचिका दायर की गई है। इमरान के अलावा फवाद चौधरी और शाह महमूद के खिलाफ भी याचिका दायर की गई है। तीनों का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) लिस्ट में डाले जाने की मांग की गई है। याचिका पर 11 अप्रैल को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। इमरान खान के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।

नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बीच इमरान खान के सचिव आजम खान समेत कई अन्य अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। इमरान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों का नेशनल असेंबली के बाहर प्रदर्शन शुरू हो गया है। इससे पहले लाहौर में भी इमरान के समर्थक सड़कों पर उतर आये हैं। इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले इस्लामाबाद में नेशनल असेंबली के बाहर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।

पूरे दिन का रहा राजनीतिक चर्चाओं का दौर

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए शनिवार सुबह नेशनल असेंबली की कार्यवाही शुरू हुई थी। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक में कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। इसके बाद इफ्तार के लिए कार्यवाही को भारतीय समय के अनुसार रात आठ बजे तक स्थगित कर दी गई। इफ्तार के बाद नेशनल असेंबली की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो उम्मीद लगाई जा रही थी कि 8:30 बजे तक अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराया जाएगा, लेकिन मतदान नहीं हुआ।

सुबह कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही समय बाद स्पीकर असद कैसर ने सत्र को तब स्थगित करने का फैसला किया था जब नेशनल असेंबली में नेता विपक्ष शहबाज शरीफ ने व्यवस्था का मुद्दा उठाया और स्पीकर को याद दिलाया कि वह शीर्ष अदालत के आदेश के अनुरूप आगे बढ़ने के लिए बाध्य हैं। शरीफ के भाषण के दौरान इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे।

हालांकि सत्ता पक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान टालने के लिए हर तरह की पैंतरेबाजी की। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने अधिकारियों को रात 12 बजे तक कोर्ट खोलने के आदेश देकर अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के संकेत दे दिए। देर रात इमरान खान नेशनल असेंबली पहुंचे। उन्होंने गिरफ्तारी की आशंका जताते हुए कहा कि मैं अकेला व्यवस्था से लड़ता रहूंगा। पाकिस्तान के सभी घरेलू एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई। आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने के बाद इमरान खान ने सत्ता गंवा दी।