नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में आज विश्वस्तरीय इंफ्रास्टक्चर सुविधाएं उपलब्धः नन्दी
वाइब्रेंट गुजरात समिट ने देश एवं दुनिया के औद्योगिक जगत से जुड़े स्टेक होल्डर्स को एक साथ लाने का भव्य मंच उपलब्ध कराया
लखनऊ, 12 जनवरी । गुजरात के गांधीनगर में चल रहे तीन दिवसीय वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दूसरे दिन विभिन्न सेमिनार एवं बैठकों में सम्मिलित होते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों एवं विश्वस्तरीय इंफ्रास्टक्चर सुविधाओं से उद्यमियों एवं निवेशकों को अवगत कराया। वहीं उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास का खाका खींचा।
मंत्री नन्दी ने समिट में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गुजरात के विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई लगधीरभाई चौधरी, गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी एवं इण्डस्ट्री व एमएसएमई मंत्री बलवंत सिंह राजपूत से मुलाकात की।
मंत्री नन्दी गुरूवार को वाइब्रेंट गुजरात समिट 2024 के अन्तर्गत इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कामर्स द्वारा आयोजित सेमिनार में सम्मिलित हुए। जिसमें ग्रीन एनर्जी, इंडोर एयर पॉल्यूशन सिस्टम, हेल्थकेयर, ड्रोन लॉजिस्टिक, अर्बन डेवलपमेंट आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। सेमिनार में सम्मिलित होते हुए मंत्री नन्दी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात समिट विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता व भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच एवं औद्योगिक विकास के प्रति संकल्प को साकार करने वाला आयोजन है। किसी भी राज्य की मजबूत अर्थव्यस्था की बुनियाद मुख्य रूप से औद्योगिक विकास पर आधारित होती है। इस समिट ने देश एवं दुनिया के औद्योगिक जगत से जुड़े स्टेक होल्डर्स को एक साथ लाने का भव्य मंच उपलब्ध कराया है। यह विराट आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को प्रदर्शित करता है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिवेश में आमूल-चूल परिवर्तन हुए हैं। इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर का एक-दूसरे से सीधा सम्बन्ध है। आज उत्तर प्रदेश की इंफ्रास्टक्चर सुविधायें विश्वस्तरीय हैं। एयरपोर्ट्स, एक्सप्रेसवेज, रेलवेज और वाटरवेज के विस्तृत नेटवर्क ने औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान की है। उद्यमियों के हितों का संरक्षण, सिंगल विंडों सिस्टम, त्वरित एवं जवाबदेह प्रक्रिया के विकास से हम बड़े पैमाने पर निवेशकों को आकर्षित करने में सफल हुए हैं। जब हम गुजरात की ग्रोथ स्टोरी पर नजर डालते हैं तो उसके मूल में यही इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट व इंडस्ट्री फ्रेंडली इकोसिस्टम दिखाई देता है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन और मॉडल से प्रेरणा लेकर उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज उत्तर प्रदेश को भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में एक नई पहचान मिली है। जब हम औद्योगिक विकास के वैश्विक परिदृश्य पर नजर डालते हैं तो इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) सेक्टर का भविष्य बेहद समृद्ध दिखाई देता है। पर्यावरण संतुलन एवं ग्रीन इकोनॉमी के निर्माण में ईवी सेक्टर का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। ईंधन के सीमित भण्डार एवं पर्यावरण प्रदूषण की दृष्टि से भी ईवी को प्रमोट करना समय की मांग है। देश में रजिस्टर्ड कुल ईवी में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं। ऑन रोड ईवी की संख्या में भी उत्तर प्रदेश भारत का अग्रणी राज्य है। हमारी सरकार ने इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रानिक बसों के संचालन को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही नई औद्योगिक नीति के अंतर्गत इस सेक्टर के विकास के लिए अलग से सेक्टोरल नीति लागू की गयी है।
इस अवसर पर मॉरीशस के हाय कमिश्नर दील्लम, आईएसीसी महासचिव कमल वोहरा, नेशनल कमेटी ऑन क्लाइमेट चेंज इन्वायरमेंट के अध्यक्ष कपिल कौल, अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण मनोज सिंह, नेशनल प्रेसीडेंट आईएसीसी पंकज बोहरा, गुजरात ब्रांच हेड कुसुल कौल व्यास, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, आईएसीसी यूपी ब्रांच हेड मुकेश बहादुर आदि गणमान्यजन उपस्थित रहे।
आज गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में देश के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से शिष्टाचार भेंट हुई। इस दौरान उनका स्नेह एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। केंद्रीय मंत्री ने कहा भारत तेजी से दुनिया का विनिर्माण केंद्र बन रहा है। जिसमें गुजरात अग्रणी राज्य के रूप में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने यूपी के औद्योगिक विकास की भी सराहना की।