उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालयमें क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित    

उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालयमें क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित    

उत्‍तर मध्‍य रेलवे मुख्‍यालयमें क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित    

उत्‍तरमध्‍य रेलवे मुख्‍यालय में महाप्रबंधक सतीश कुमार की अध्‍यक्षता में क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शामिल सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए सतीश कुमार ने कहा कि सरकारी कार्य राजभाषा में निष्‍पादित करना हमारा संवैधानिक,राष्‍ट्रीय एवं नैतिक दायित्‍व है। अतः राजभाषा कार्यान्‍वयन की सभी मदों में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जाए और सरकार की राजभाषा नीति और निर्देशों केअनुसार हिंदी का प्रयोग बढ़ाने और निर्धारित लक्ष्‍यों को पूरा करने के लिए निरंतरसचेष्‍ट रहना चाहिए। सतीश कुमार ने कहा कि हमारी कार्यप्रणाली में निरंतर नए बदलाव हो रहे हैं।हमें इन परिवर्तनों को आत्मसात करते हुए राजभाषा की प्रगति को बनाए रखना है और अपने सभी कार्यों में इसका प्रयोग-प्रसार सुनिश्चित करना है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए रूटीन कार्यों के अतिरिक्त मौलिक एवं अभिनव प्रयास भी आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है,ताकि एक नई ऊर्जा के साथ हम अपने सरकारी कार्यों में हिंदी के प्रयोग को गतिप्रदान कर सकें। इस उद्‍देश्य से कर्मचारियों की कुशलता में वृद्धि हेतु हर स्तरपर चलाए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में राजभाषा के परंपरागत विषयों केसाथ-साथ नई प्रणालियों और कंप्यूटर एप्लिकेशनों में हिंदी के प्रयोग से संबंधितप्रशिक्षण कार्य को भी शामिल किया जाए और एकरूपता की दृष्टि से युनिकोड फांट का हीप्रयोग किया जाए। श्री सतीश कुमार ने कहा कि कार्यालयों में राजभाषा अधिनियम केप्रावधान, विशेषतः धारा 3(3),सभी प्रकार के पत्राचार, टिप्पणियाँ,डिक्टेशन,निरीक्षण रिपोर्टों आदि में हिंदी अथवा हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप के प्रयोग में हासिल प्रगति को बनाए रखा जाए और अपेक्षित लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास किया जाए।सतीश कुमार ने इस बात पर विशेष बल देते हुए सभी संबंधित सदस्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि संरक्षा और रेल संचालन से संबंधित सभी आदेश एवं दिशा निर्देश हिंदी मेंजारी किए जाएं और इनमें सरल,सहज और सुबोध भाषा का प्रयोग किया जाए,साथ ही सभी स्टेशन संचालन नियम और गेट संचालन अनुदेश और इनमें किए जाने वाले संशोधन हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी में होने चाहिए। उन्होनें सभी अधिकारियों को अपनी निरीक्षण रिपोर्ट हिंदी में बनाने के निर्देश दिए,ताकि कर्मचारीगण उन्हें भली-भाँति समझकरउनका समुचित अनुपालन सुनिश्चित कर सकें। स्‍टेशनों पर सभी सूचनाएं,समय सारणी, किराया सूची,इलेक्‍ट्रानिक प्रदर्शन बोर्ड इत्‍यादि में अनिवार्य रूप से हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं का प्रयोग होना चाहिए तथा यह पहले से ही सुनिश्चित कर लिया जाए कि रेल यात्रियों एवं उपयोगकर्ताओं की सुविधा एवं जानकारी के लिए लगाए जाने वाले सभी नए इलेक्‍ट्रॉनिक डिस्‍प्‍ले बोर्ड,साइनेज, सूचना बोर्ड आदि में हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं में सूचनाओं को प्रदर्शित करने की सुविधा उपलब्‍ध हो। बैठक के प्रारंभ में महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने मुख्‍यालय की त्रैमासिक राजभाषा पत्रिका ‘रेलसंगम' के वाणिज्य विभाग विशेषांक का विमोचन किया। बैठक के प्रारंभ में मुख्‍य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक श्री एस.के. सिंह ने समिति के सभी सदस्‍यों को राजभाषा का प्रयोग प्रसार बढ़ाने के लिएकिए गए कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि पिछली बैठक के बाद से कई हिंदीकार्यशालाएं आयोजित की गई तथा कर्मचारियों को अपना अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करनेके लिए व्‍यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। साहित्यिक,सांस्कृतिक और लोक विधाओं के कार्यक्रमों के आयोजन की परंपरा में वैगन मरम्‍मत कारखाना,झाँसी में काव्‍य गोष्‍ठी का आयोजन किया गया। मुख्यालय में प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा  बुंदेली लोक गीत आल्‍हा गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया संसदीय राजभाषा समिति के निर्देशानुसार राजभाषा हिंदी का प्रयोग-प्रसार सुनिश्चित करने के उद्‍देश्‍य से प्रत्येक माह मुख्यालय में विभागों और मंडलों में शाखाओं में राजभाषा में किए जा रहे कार्यों की प्रदर्शनी लगाई गई और राजभाषा में किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में अपर महाप्रबंधक  चंद्र प्रकाश गुप्ता और प्रधान कार्यालय के सभी प्रधानविभागाध्‍यक्ष एवं अन्‍य अधिकारीगण उपस्थित थे। मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधक,कारखानों के मुख्‍य कारखाना प्रबंधकों एवं अन्‍य सदस्‍य अधिकारियों ने बैठक में ऑनलाइनसहभागिता की। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यालयों में हो रही राजभाषा प्रगतिसे महाप्रबंधक को अवगत कराया। बैठक का संचालन वरिष्‍ठ राजभाषा अधिकारी चन्‍द्रभूषण पाण्‍डेय द्वारा किया गया। उपमुख्‍यराजभाषा अधिकारी एवं उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/वित्त एवं बजट  शैलेन्द्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।