मुस्लिम समाज माहे रमजान की तैयारियों में जुटा,रोजा इफ्तार के सामानों की खरीदारी

शनिवार रात चांद दिखा तो रविवार से रमज़ान का आगाज़,नही दिखा तो सोमवार को पहला रोजा

मुस्लिम समाज माहे रमजान की तैयारियों में जुटा,रोजा इफ्तार के सामानों की खरीदारी

अल्लाह की इबादत करने वाला पाक महीना रमजान को लेकर मुस्लिम समुदाय तैयारियों में जुट गया है। घरों में रोजा इफ्तार के सामानों की खरीददारी शुक्रवार को चलती रही। 

शमशाद अहमद ने बताया कि शनिवार को चांद रात है, अगर चांद दिखा तो माहे रमज़ान का शनिवार की रात नमाज़े तरावीह के साथ आगाज़ हो जाएंगा, इतवार को लोग पहला रोज़ा रखेंगें, अगर चांद नहीं दिखा तो इतवार को चांद रात और सोमवार को पहला रमज़ान होगा।

उन्होंने बताया कि हिजरी कैलेंडर में २८, ३१ तारीख का कोई वजूद नहीं है। हिजरी महीना चांद पर आधारित है। इसलिए कभी २९ दिन का तो कभी ३० दिन का होता है। इसलिए हर साल तकरीबन १० दिन इस्लामी पर्व पहले आ जाता हैं। रमज़ान की तैयारियां अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि रमज़ान महीने को काफी खास और पाक माना जाता है। इस पूरे महीने लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और रोजा रखते हैं।

रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है। इसी महीने में पैगंबर हज़रत मुहम्मद (स.) के सामने इस्लाम की पाक किताब कुरान नाज़िल हुई थी। दुनिया भर में मुस्लिम इस पाक महीने का इंतजार करते है। इस पूरे महीने में लोग रोजा रखते हैं। पूरे दिन उपवास करते हैं, सूर्यास्त तक कुछ भी खाते या पीते नहीं हैं। और सुबह सूरज उगने से पहले सहरी का सेवन करते हैं। और शाम को सूरज डूबने के बाद इफ्तार किया जाता है। रमजान शुरू होने के पूरे 30 दिन बाद ईद-उल-फितर का पर्व मनाया जाता है।