नई शिक्षानीति में 40 प्रतिशत पाठ्यक्रम ऑनलाइन अनिवार्य : प्रो. श्रीनिवास

नई शिक्षानीति में 40 प्रतिशत पाठ्यक्रम ऑनलाइन अनिवार्य : प्रो. श्रीनिवास

नई शिक्षानीति में 40 प्रतिशत पाठ्यक्रम ऑनलाइन अनिवार्य : प्रो. श्रीनिवास

प्रयागराज, 16 दिसम्बर । नई शिक्षानीति में लगभग 40 प्रतिशत पाठ्यक्रम को ऑनलाइन हेतु अनिवार्य किया गया है। इसलिए आज के दौर में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों मोड की बराबर महत्ता और आवश्यकता है। बदलाव को जितना जल्दी स्वीकार किया जाए, शिक्षक के लिए शिक्षण करना उतना ही अच्छा होगा।

यह बातें नीपा, नई दिल्ली के आई.सी.टी के विभागाध्यक्ष प्रो. के. श्रीनिवास ने गुरुवार को ईश्वर शरण पीजी कॉलेज में ऑनलाइन कार्यशाला के तीसरे दिन ‘‘उच्च शिक्षा में शिक्षकों के लिए बहुआयामी कौशल’’ में कही।

पं. मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स एण्ड टीचिंग उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला में उन्होंने अपने व्याख्यान को चार भागों में ‘‘लेक्चर्स, डिस्कशन, डिमांसट्रेशन ऑफ टूल्स, हैंड्स ऑन एक्टिविटी’’ में विभाजित करके प्रतिभागियों के समक्ष बहुत ही सरलता से समझाया। उन्होंने बताया कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री को कक्षा लेने के कम से कम 24 घंटे या 48 घंटे पहले दे देना चाहिए। इससे विद्यार्थी और शिक्षक जब दोनों कक्षा में आते हैं तो दोनों पूरी तैयारी के साथ आते हैं, तो कक्षा बहुत ही गुणवत्तापूर्ण रहती है। शिक्षक और विद्यार्थी दोनों विषय पर केन्द्रित रहते हैं। उन्होंने डिजिटल और ऑनलाइन मीडिया के माध्यम से होने वाला औपचारिक शैक्षणिक कार्यक्रम तथा सोशल साइट के बारे में एवं बहुत सारे वेबसाइट भी सर्च इंजन के बारे में जानकारी दी कि इसमें अध्ययन सामग्री को कैसे खोजा जाता है।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के समाज शास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. आशीष सक्सेना ने बताया कि नई शिक्षानीति वर्तमान की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए बनाई गई है, जिसमें भारतीय को शामिल किया गया है। प्रो. मनोज कुमार दुबे ने बताया कि कार्यक्रम में डॉ. अरविन्द मिश्रा, डॉ. अंजलिका, डॉ. ए.के वर्मा, डॉ. इन्दू दत्ता, डॉ. गौरव अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।