उप्र : हमीरपुर के अधिवक्ता के पुत्र विकास बने वैज्ञानिक, जापान के राष्ट्रीय विवि में कैंसर राेग पर करेंगे रिसर्च
उप्र : हमीरपुर के अधिवक्ता के पुत्र विकास बने वैज्ञानिक, जापान के राष्ट्रीय विवि में कैंसर राेग पर करेंगे रिसर्च
हमीरपुर, 05 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद हमीरपुर के अधिवक्ता का पुत्र वैज्ञानिक बनने के बाद अब जापान की नेशनल यूनीवर्सिटी में कैंसर बीमारी को लेकर रिसर्च करेगा। इसके लिए उन्हें जापान मंत्रालय से आमंत्रण पत्र मिला है। जापान सरकार से उन्हें हर महीने बड़ा पैकेज भी मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया, चीन, ताइवान, कोरिया समेत तमाम देशों में पीएचडी के लिए भी उसका चयन हुआ है।
विवेकनगर मोहल्ला के निवासी अधिवक्ता एके शुक्ला के पुत्र विकास शुक्ला ने हमीरपुर का ही नहीं पूरे भारत का नाम रोशन किया है। विकास शुक्ला ने सरस्वती शिशु मंदिर में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। फिर सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर काॅलेज से हाईस्कूल और इण्टरमीडियेट की पढ़ाई की। राजकीय पीजी काॅलेज से बीएससी की परीक्षा पास करने के एमएससी बायोटेक कानपुर यूनिवर्सिटी से की। विकास ने आईआईटी गेट व जाम जैसे नेशनल एग्जाम भी क्वालीफाई किया। पीएचडी के लिए इन्हें डीबीटी और आईसीएमआर भारत सरकार की तरफ से जेआरएफ, एसआरएफ भी मिला। छोटी सी उम्र में ही विकास न सिर्फ साइंटिस्ट बने बल्कि चीन मेडिकल यूनिवर्सिटी, आस्ट्रेलिया, ताइवान, साउथ कोरिया समेत तमाम देशों में पीएचडी करने विकास का चयन हुआ, लेकिन इन्होंने पीएचडी भारत में ही की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि मिलने के बाद विकास ने लम्बी उड़ान भरी और अब उन्हें जापान में कैंसर जैसी घातक बीमारी को लेकर रिसर्च करने का मौका मिला। इस कामयाबी से उनके परिवार और पड़ाेसियाें में जश्न का माहौल है। विकास शुक्ला सात जनवरी को जापान के लिए रवाना होंगे।
पीएचडी करने के साथ ही विकास बन गए साइंटिस्ट-
विकास ने बताया कि पीएचडी में यंग रिसर्चर अवार्ड और बेस्ट प्रेजेटेशन अवार्ड मिला। इसके अलावा पीएचडी का काम ग्रीस यूरोप में प्रेजेंट करने के लिए ट्रैवल अवार्ड भी देकर सम्मान किया गया। पीएचडी के साथ ही आईसीएमआर भारत सरकार में साइंटिस्ट पद पर चयन और एम्स न्यू दिल्ली में साइंटिस्ट के लिए चयन हुआ। अब तक बारह से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय पब्लिकेशन भी उनके प्रकाशित हुए हैं।
कैंसर से निजात दिलाने को जापान में अब करेंगे रिसर्च-
विकास को नेशनल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर जापान मंत्रालय से आमंत्रण पत्र मिला है। विकास ने बताया कि जापान की नेशनल यूनिवर्सिटी में कैंसर के इलाज और डायग्नोस्टिक्स के लिए रिसर्च करने का मौका मिला है। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से निजात दिलाने के लिए रिसर्च किया जाएगा ताकि बीमारी होने से पहले ही कैंसर के लक्षण पता चलने पर उसका समय से इलाज हो जाए।