भारतीय रेलवे के विद्युतीकरण का शताब्दी वर्ष मना रहा प्रयागराज मंडल
-चलाया जा रहा जागरूकता अभियान एवं विभिन्न प्रतियोगिताएं

प्रयागराज, 31 मार्च (हि.स.)। भारतीय रेलवे ने विद्युतीकरण के अपने 100 साल की गौरवशाली यात्रा पूरी कर ली है। यह ऐतिहासिक यात्रा 3 फरवरी 1925 को प्रारम्भ हुई थी। जब पहली बार बॉम्बे वीटी (अब छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस) से कुर्ला हार्बर तक 16 किलोमीटर की दूरी पर पहली विद्युत रेलगाड़ी चली थी।
जनसम्पर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि हाल के वर्षों में, भारतीय रेलवे ने ब्रॉडगेज विद्युतीकरण में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं और रेलवे 100 प्रतिशत ब्रॉडगेज विद्युतीकरण के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रही है।
प्रयागराज मंडल की विद्युतीकरण यात्राउन्होंने बताया कि, उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल ने अपने विद्युतीकरण की शुरुआत दीन दयाल उपाध्याय-डगमगपुर सेक्शन से की थी। इस 34 किलोमीटर लंबे सेक्शन को 25 मार्च 1965 को विद्युत ट्रैक्शन से जोड़ा गया था। यह उत्तर मध्य रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने आगे चलकर रेलवे के इंफ्रा को और अधिक सशक्त बनाया। मंडल के गाजियाबाद-प्रयागराज-दीन दयाल उपाध्याय सेक्शन का विद्युतीकरण 1965 से 1976 के बीच पूरा हुआ, जिससे इस महत्वपूर्ण कॉरिडोर पर निर्बाध विद्युत संचालन संभव हुआ।
प्रयागराज मंडल का शताब्दी वर्ष पर आयोजन प्रयागराज मंडल भारतीय रेलवे के विद्युतीकरण के शताब्दी वर्ष (1925-2025) को गर्व के साथ मना रहा है। मंडल के विद्युत सामान्य विभाग द्वारा मंडल में हुए विद्युतीकरण और हरित ऊर्जा के महत्व को जनमानस तक पहुंचाने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। स्कूली बच्चों के बीच चित्रकारी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा के प्रति जागरूकता फैलायी जा रही है। इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों पर बैनर और सेल्फी पॉइंट्स के माध्यम से भी इस अभियान को प्रभावी रूप से प्रचारित किया जा रहा है। इसके साथ ही, विद्युत सामान्य विभाग द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
अंत में पीआरओ ने बताया कि मंडल द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देकर रेलवे के राजस्व की बचत और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाने के प्रयास हो रहे हैं, जिसके लिए सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
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