निषादराज जन्मोत्सव कार्यक्रम में आएंगे मुख्यमंत्री योगी : डॉ. संजय निषाद
महाकुम्भ से विश्व पटल पर छाया प्रयागराज, दो दिन होगा निषाद पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन

प्रयागराज, 31 मार्च (हि.स.)। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के बाल सखा व मित्र निषाद राज के पंचमी को होने वाले जन्मोत्सव कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचेगे। यह जानकारी सोमवार को प्रयागराज सर्किट हाउस में पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने दी।
उन्होंने कहा कि उप्र सरकार के बेमिसाल 8 वर्ष में प्रयागराज व प्रयागराज के लोगों के लिए धार्मिक, आर्थिक एवं विकास कार्य देश में सबसे अधिक हुआ। प्रयागराज में हुए महाकुम्भ के आयोजन से पूरे विश्व में सनातन संस्कृति, विरासत एवं समरसता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत हुआ। एक दुखद घटना के अतिरिक्त प्रयाग वासियों ने यहां आने वाले लगभग 67 करोड़ श्रद्धालुओं का बखूबी सेवा सत्कार किया। इसके लिए प्रयाग वासियों को धन्यवाद देता हूं।
उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि केन्द्र की मोदी एवं प्रदेश की योगी सरकार ने समाज के सबसे वंचित वर्ग मछुआरा समाज की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए कई योजनाएं संचालित किया है। जिसका लाभ मछुआरा समाज के ही नहीं अन्य समाज के ऐसे लोग जो परम्परागत तरह से मछली के कारोबार से जुड़े है को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निषादराज बोट योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, स्वास्थ्य बीमा, मछुआ आवास, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निजी भूमि तालाब योजना, हेचरी योजना और पहली बार प्रदेश में मछुआ कल्याण बोर्ड, मां सुकेता जलाशय योजना सहित कई योजनाओं के संबंध में जानकारी दी।
डॉ. संजय निषाद ने बताया कि पहली बार जब मैं निषाद राज की धरती पर पहुंचा तो मुझे वहां मौजूद जानकार पंडित जी ने बताया कि निषाद राज किले की खुदाई 1977 में हुई थी। जहां से कुछ पुराने बर्तन एवं तालाब पाया गया था। जिससे उस समय गंगा जी का जल शोधित किया जाता था, जिसे उस समय के लोग पीते थे और शेष पानी को गंगा जी में छोड़ा जाता था। इतिहासकारों ने भी इसका उल्लेख किया है। भगवान राम भी निषाद राज के महल के पास बगिया में एक दिन वनवास के समय रुके हुए थे। उन्होंने बताया कि अयोध्या के राजा दशरथ के मंत्री सुमंत निषाद राज के मामा थे। जिससे वह भगवान राम के साथ एक ही गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण किया। एक उदाहरण देते हुए बताया कि राजा दशरथ ने एक राजाज्ञा जारी किया था कि जो राम के शिकार को मारेगा, उसे मृत्यु दण्ड दिया जाएगा। ऐसा हुआ कि राम के सभी साथी जंगल में गए थे जहां एक शेर ने हमला कर दिया। इस मौके पर किसी साथी ने राम का बचाव नहीं किया, लेकिन निषाद राज मृत्यु दण्ड का भय छोड़कर उस शेर को तीर मारकर घायल कर दिया था। हालांकि राजा ने उन्हें जान बचाने की वजह से माफ कर दिया और दोनों की मित्रता की मिसाल दिया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से निषाद जयंती पंचमी को अवकाश घोषित करने की मांग एवं डिजिटल ऑडिटोरिम, एक वीआईपी गेस्ट हाउस बनाए जाने की मांग की है। म्यूजियम, सहित अन्य मांग किया है। श्रृंगवेरपुर धाम में दो दिन निषाद पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा और तीसरे दिन पंचमी को निषाद राज की जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आशीर्वाद देने पहुंचेंगे।