उप्र के 73 रेलवे स्टेशनों पर 'एक स्टेशन एक उत्पाद' योजना लागू
उप्र के 73 रेलवे स्टेशनों पर 'एक स्टेशन एक उत्पाद' योजना लागू
प्रयागराज, 17 मई (हि.स.)। ’वोकल फॉर लोकल’ विजन को बढ़ावा देने और स्थानीय स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रेलवे ने अपने 73 स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ (ओएसओपी) योजना लागू किया है।
वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि इसकी पायलट योजना 25 मार्च, 2022 को शुरू की गई थी और 01 मई 2023 तक उतर प्रदेश के 73 स्टेशनों को इस योजना में शामिल किया गया है। ’वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ स्थान विशेष के विशिष्ट उत्पादों के लिए केंद्रित है। इसमें स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां, स्थानीय बुनकरों द्वारा हथकरघा, विश्व प्रसिद्ध लकड़ी की नक्काशी जैसे हस्तशिल्प, कपड़े पर चिकनकारी और जरी जरदोजी का काम, मसाले चाय, कॉफी, और अन्य खाद्य पदार्थ क्षेत्र में स्वदेशी रूप से उगाए गए उत्पाद शामिल हैं।
पीआरओ ने बताया कि इस अवधारणा का उद्देश्य रेलवे स्टेशन पर स्थानीय स्वदेशी उत्पादों को लोकप्रिय बनाना है ताकि यात्रियों को भारत की समृद्ध विरासत का अनुभव करने का अवसर मिल सके और समाज के वंचित वर्ग के लिए अतिरिक्त आय के अवसर पैदा किए जा सकें। इन उत्पादों से जुड़े कारीगर, बुनकर, शिल्पकार, स्वयं सहायता समूह, जनजातीय सहकारी समितियां आदि, उत्तर प्रदेश राज्य भर में रेलवे स्टेशनों पर अपने उत्पादों को बेच रहे हैं। इसके माध्यम से विक्रेताओं और उनके परिवारों के जीवन को बदलने का कार्य किया जा रहा है।