महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक: सीआर पाटिल
महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक: सीआर पाटिल
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महाकुंभ नगर, 21 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल शुक्रवार को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे और त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगायी। उन्होंने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का पूजन किया।
इस अवसर पर पाटिल ने कहा कि महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यहां आकर भारतीय संस्कृति की दिव्यता और भव्यता का साक्षात दर्शन हो रहा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में भारत की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक शक्ति का वैश्विक मंच पर भव्य प्रदर्शन हो रहा है। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि विश्व बंधुत्व और भारतीयता का अमिट प्रतीक भी है। सनातन संस्कृति के इस महासंगम में लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को आत्मसात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक चेतना का जीवंत स्वरूप है। यह भारतीय परंपराओं, अध्यात्म और सनातन संस्कृति की अद्भुत झलक प्रस्तुत करता है। यह आयोजन विश्वबंधुत्व, आध्यात्मिक उत्थान और सनातन मूल्यों के प्रचार-प्रसार का माध्यम बनकर भारत की अमिट पहचान को और मजबूत करता है।
इसके पहले, केंद्रीय मंत्री पाटिल के यहां पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के जल शक्तिमंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मंत्री नन्द गोपाल नंदी ने उनका स्वागत किया।