यूपी विधानसभा में केशव-अखिलेश के बीच तकरार, बाप तक पहुंच गई बात

मुख्यमंत्री योगी ने संभाला मोर्चा, सबको दी मर्यादा में रहने की नसीहत

यूपी विधानसभा में केशव-अखिलेश के बीच तकरार, बाप तक पहुंच गई बात

लखनऊ, 25 मई । उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को विधानसभा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और नेता प्रतिपक्ष एवं सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि अखिलेश केशव के पिता तक पहुंच गए। माहौल गरमाता देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाला और सभी को मर्यादा में रहने की नसीहत दी।

विधान सभा में आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने करीब एक घंटे तक प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसके बाद उप मुख्यमंत्री मौर्य ने अपने संबोधन के दौरान सपा मुखिया पर पलटवार किया। केशव मौर्य जब बोल रहे थे, उस दौरान अखिलेश ने कई बार टोका-टोकी की तो उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सत्ता में न होने का दर्द सता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में सपा को सत्ता में आने की संभावना भी नहीं है।

केशव मौर्य ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बार-बार सड़क और इकलौते एक्सप्रेस-वे बनवाने की बात करते हैं तो क्या इन्होंने सैफई की जमीन बेचकर सड़क बनवाई थी। केशव के ऐसा बोलते ही सपा मुखिया बौखला गए और उन्होंने कहा कि क्या तुम अपने पिताजी से पैसा लाकर सड़क बनवा रहे हो और राशन बांट रहे हो।

इसके बाद सदन में जोरदार हंगामा होने लगा। भाजपा और सपा के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करने लगे। मामला बढ़ता देख मुख्यमंत्री योगी ने मोर्चा संभाला और सदन के सभी सदस्यों को मर्यादा में रहने की नसीहत दी। योगी ने कहा कि सदन के अंदर तू-तू, मैं-मैं और असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सदन की मर्यादा की अपेक्षा केवल सत्ता पक्ष से ही नहीं करनी चाहिए, विपक्ष को भी उसका अनुपालन करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में जब उप मुख्यमंत्री बोल रहे हों तो बीच में टोका-टोकी उचित नहीं है।

केशव मौर्य ने इसके बाद अपने संबोधन के दौरान सपा मुखिया पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने तंज किया कि नेता प्रतिपक्ष को न तो कोरोना का टीका पसंद है और न ही माथे का टीका। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केंद्र की मोदी सरकार और उप्र प्रदेश की योगी सरकार ने जो अभूतपूर्व सेवा कार्य किया उसकी प्रशंसा पूरी दुनिया कर रही है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को ये अच्छे कार्य दिखते ही नहीं। उन्होंने अखिलेश को अपनी नजर ठीक कराने के लिए आंख के परीक्षण की सलाह भी दी।