वाराणसी सहित पूर्वांचल में बदला मौसम, आंधी और बारिश से किसानों की बढ़ी चिंता

फसल को नुकसान की आशंका, आम के टिकोरे भी झड़े

वाराणसी सहित पूर्वांचल में बदला मौसम, आंधी और बारिश से किसानों की बढ़ी चिंता

वाराणसी, 10 अप्रैल (हि.स.)। वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जिलों में गुरुवार दोपहर मौसम ने अचानक करवट ली। तेज धूलभरी आंधी के साथ आसमान में घने बादल छा गए और बारिश शुरू हो गई। तेज हवाओं के चलते वाराणसी शहर के कई जगहों पर दुकानों के बैनर आदि फट गए, पेड़ों की टहनियां टूट गईं और टीन की छतें उड़ गईं।

मौसम के इस बदलाव से जहां शहरवासियों को गर्मी और उमस से राहत मिली, वहीं ग्रामीण इलाकों में किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेत और खलिहानों में काट कर रखी गई गेहूं की फसल पर बारिश से खराब होने का खतरा मंडराने लगा है। इसके अलावा तेज हवाओं ने आम के बागों को भी नुकसान पहुंचाया है। हवा की तीव्रता से टिकोरे (आम का फल) पेड़ों से टूटकर नीचे गिर गए।

बारिश के बाद वाराणसी में दोपहर 2 बजे तक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हवा की रफ्तार करीब 10 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। सुबह से ही आसमान में बदली छाई हुई थी और धूप-छांव के बीच हवाएं चल रही थीं। पूर्वान्ह 10 बजे के बाद धूप तेज हुई, लेकिन दोपहर में घने बादलों के साथ धूलभरी आंधी ने पूरे जनपद को अपनी चपेट में ले लिया।

उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग पहले ही 13 अप्रैल तक प्रदेश में बारिश की संभावना जता चुका था। 10 अप्रैल को प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई थी। इनमें चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती और कुशीनगर शामिल हैं।