प्रधानमंत्री ने काशी में भोजपुरी बोल जीता दिल,विधानसभा में मिली जीत पर आभार जताया

बोले,काशी की आत्मा अविनाशी है, लेकिन काया में निरंतर नवीनता लाने के लिए हम जी-जान से प्रयास कर रहे

प्रधानमंत्री ने काशी में भोजपुरी बोल जीता दिल,विधानसभा में मिली जीत पर आभार जताया

वाराणसी,07 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को अपने वाराणसी दौरे में एक बार फिर भोजपुरी भाषा के प्रति प्रेम दिखाया। सिगरा स्थित सम्पूर्णानंद खेल स्टेडियम में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री ने भोजपुरी से अपने सम्बोधन की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने मेरी काशी कह कर लोगों के जीवन शैली और अंदाज को पूरे बनारसी अंदाज में कह लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत पर काशी के लोगों का आभार भी जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश और मेरी काशी के लोगों ने जो समर्थन और साथ दिया, इसके लिए हृदय से अभिनंदन करता हूं।

उन्होंने कहा कि दिव्य, भव्य और नव्य काशी में पिछले आठ वर्षों से विकास का जो उत्सव चल रहा है, उसे आज हम फिर गति दे रहे हैं। काशी हमेशा से जीवंत और निरंतर प्रवाहमान रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी ने पूरे देश को एक तस्वीर दिखाई है जिसमें विरासत भी है और विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, नव्य और दिव्य बनाने का काम निरंतर जारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की गलियों-कुंडों, घाटों और रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक यहां विकास कार्य जारी है। काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है तो चार नए प्रोजेक्ट शुरू हो जाते हैं। काशी में हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम जारी है। काशी की आत्मा अविनाशी है, लेकिन काया में निरंतर नवीनता लाने के लिए हम जी-जान से प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जब गरीबों को घर, बिजली, पानी, गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं मिलती हैं। नाविकों, बुनकरों, हस्तशिल्पियों और रेहड़ी-पटरी वालों सहित सभी को लाभ मिलता है तो विकास संवेदनशील होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम को लेकर पूरी दुनिया में उत्साह है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सावन बहुत दूर नहीं है। देश और दुनिया से बाबा भक्त भारी संख्या में काशी आने वाले हैं। विश्वनाथ धाम परियोजना पूरी होने के बाद ये पहला सावन उत्सव होगा। विश्वनाथ धाम को लेकर पूरी दुनिया में कितना उत्साह है, यह आपने बीते महीनों में खुद अनुभव किया है।