लखीमपुर घटना : सात घंटे से पुलिस लाइन में आशीष से हो रही पूछताछ
लखीमपुर घटना : सात घंटे से पुलिस लाइन में आशीष से हो रही पूछताछ
लखीमपुर खीरी, 09 अक्टूबर । जनपद में बीती तीन अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले में करीब सात घंटे से आरोपित आशीष मिश्रा से पुलिस लाइन में क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। इस दौरान मजिस्ट्रटे, एसआईटी टीम, डीआईजी और एसपी भी मौजूद है। पुलिस ने आशीष को कोर्ट में पेश करने के लिए तैयारी शुरु कर दी गयी है।
जनपद में बीते रविवार को किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा में चार किसान, एक पत्रकार समेत आठ प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस की सख्ती के बाद शनिवार को केंद्रीय मंत्री के बेटे अजय मिश्रा पुलिस लाइन में क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए। आशीष को दिन में 11 बजे तक पुलिस लाइन में पेश होने को कहा था, लेकिन वो समय से 15 मिनट पहले पुलिस लाइन पहुंच गए। इस दौरान आशीष अपने साथ 12 से अधिक पेन ड्राइव लेकर पहुंचे। पेन ड्राइव में वह सभी वीडियो, फोटो हैं जो उनकी मौजूदगी को बतायेंगे कि घटना के दौरान आशीष कहा मौजूद थे। क्राइम ब्रांच ने करीब 40 से ज्यादा सवालों पर आशीष से पूछताछ की गयी है। मजिस्ट्रेट के सामने आशीष मिश्र के कलमबंद बयान भी हुए हैं। इस पूछताछ के दौरान आशीष मिश्र के अधिवक्ता अवधेश कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस जांच में वो हर प्रकार से पुलिस का सहयोग करेंगे। पूछताछ के दौरान डीआईजी और एसपी भी पुलिस लाइन में मौजूद हैं।
कोर्ट में पेशी की संभावना
इस घटना को लेकर की गई पूछताछ के बाद अब क्राइम ब्रांच की टीम आशीष को कोर्ट में पेश कर सकती है। ऐसी संभावनाएं शुरु हो गई है। इससे पहले पुलिस आशीष का मेडिकल टेस्ट कराया जायेगा।
कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा
पुलिस लाइन में जहां एक ओर आशीष से पूछताछ की जा रही थी। वहीं, उनके समर्थन में सांसद कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि आशीष निर्दोष है उन्हें फंसाया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
पुलिस लाइन में आशीष की पेशी के मद्देनजर इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हर रास्ते में जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनाती है।
लखनऊ से चालक गिरफ्तार
इस हिंसा के मामले में पुलिस ने लखनऊ से अंकित दास का चालक को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, जबकि अंकित दास की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी जारी है। आरोप है कि हिंसा में प्रयोग हुई वाहनों का मालिक अंकित दास है।