आईएएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी: मुख्यमंत्री
प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी से की मुलाकात
लखनऊ, 12 मई । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को यहां लोक भवन में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2020 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आईएएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। विकास कार्यों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें। उनके लिए यह सकारात्मक दृष्टिकोण न केवल सेवाकाल में, बल्कि जीवन में भी उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी संवाद के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ जनता तक पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि अधिकारी तमाम विषयों और मुद्दों से भली-भांति परिचित हों। उन्हें अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए परिश्रमी और तेजी से फैसले लेने में भी सक्षम होना चाहिए। साथ ही, मामलों का निस्तारण पारदर्शी तथा समयबद्ध ढंग से किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सुशासन के लक्ष्य की पूर्ति के लिए सुदृढ़ कानून व्यवस्था आवश्यक है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने विगत पांच वर्षों में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किये हैं। प्रदेश में कायम अमन चैन के माहौल ने विकास गतिविधियों को नई ऊंचाइयां प्रदान की हैं। प्रदेश में सभी पर्व एवं त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाये जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में प्रशासनिक अधिकारियों की प्रभावी भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। अब हमें बेहतर प्रबन्धन से आत्मनिर्भर गांव की दिशा में आगे बढ़ना होगा। ग्राम पंचायतें अपने संसाधनों के बेहतर प्रबन्धन एवं जन सहभागिता से अपने राजस्व को बढ़ाकर विभिन्न विकास कार्य सम्पादित कर सकती है।
मुख्यमंत्री नवनियुक्त अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।