निजीकरण और सरकार के नीतियों के विरोध में बैंक,बीमा और डाककर्मियों की हड़ताल शुरू
दो दिवसीय हड़ताल में बैंकों और पोस्ट आफिस के मुख्य गेट के सामने धरना प्रदर्शन

वाराणसी,28 मार्च । निजीकरण और केन्द्र सरकार के नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच और विभिन्न क्षेत्रों की स्वतंत्र श्रमिक संघों के आह्वान पर सोमवार से बैंक,डाक विभाग और बीमा कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई। बैक कर्मी अपने-अपने शाखाओं पर समूह में जुटे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बैंकों के मुख्य गेट पर ताला बंद कर हड़ताल का पोस्टर बैनर लहराते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद कर्मचारी पोस्टर बैनर के साथ सड़क पर उतरे । हड़ताल के बावजूद कचहरी स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया की प्रमुख और अन्य शाखाओं में पूर्व की भांति काम जारी रहने से वहां के खाताधारकों को बहुत परेशानी नहीं हुई। वहीं, अन्य कुछ बैंकों में भी कामकाज पूर्ववत होता रहा। उधर,हड़ताल में शामिल डाककर्मी भी पूरे तेवर में दिखे।
विशेश्वरगंज स्थित मुख्य डाकघर के कर्मी भी हड़ताल में शामिल रहे। कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर डाकघर के सामने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना था कि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों से हम काफी प्रभावित हैं। निजीकरण के नाम पर जिस तरह से हमारा दोहन हो रहा है। वह असहनीय है। निजीकरण में हमारी नौकरी की सुरक्षा खत्म हो जाएगी। राष्ट्रव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के क्रम में कैंट स्थित मुख्य पोस्टऑफिस पर कर्मचारियों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। केंद्रीय नेतृत्व एनएफपीई /पोस्टल जे सी ए के आह्वान पर कर्मचारी विरोधी सरकारी नीतियों के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे। हड़ताल में अखिल भारतीय डाक कर्मचारी यूनियन ,नेशनल यूनियन भी शामिल है। वाराणसी पश्चिम मण्डल के डाक विभाग के सभी वर्ग के कर्मचारियों ने अपना डाकघर बंद कर कैंट स्थित प्रधान डाकघर पर जमकर नारा लगाया। हड़ताल में शामिल कर्मी नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लागू करने, 18 माह के रोके गए डीए/डीआर एरियर का भुगतान करने, ग्रामीण डाक सेवक संवर्ग को सरकारी कर्मचारी मानकर सभी सुविधाएं देने,एमएसीपी के वेरी गुड बेंच मार्क की अनिवार्यता को समाप्त करने,मृतक आश्रित अनुकम्पा नियुक्ति के लिए पांच फीसदी की सीमा को समाप्त करने,सभी लंबित कैडर रिव्यू को पूर्ण करने आदि की मांग कर रहे थे। हड़ताल में बीमा कर्मी भी शामिल हैं। गौरीगंज भेलूपुर स्थित जीवन बीमा निगम कार्यालय परिसर में प्रदर्शन करते रहे।