अकबरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले ने लगाई हैट्रिक

अकबरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले ने लगाई हैट्रिक

अकबरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले ने लगाई हैट्रिक

कानपुर, 04 जून । उत्तर प्रदेश में भले ही समाजवादी और कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को झटका दिया हो, लेकिन अकबरपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। भोले ने सपा उम्मीदवार राजाराम पाल को 44345 वोटों से मात दे दी। हालांकि अबकी बार भोले की जीत का अंतराल काफी कम रहा और लगातार तीसरी बार हार का सामना कर रहे राजाराम ने वोट प्रतिशत में काफी बढ़ोत्तरी कर ली।

कानपुर देहात जनपद की डेरापुर विधानसभा चुनाव जीतकर राजनीति शुरु करने वाले खाटी भाजपा नेता देवेन्द्र सिंह भोले उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी बने। करीब डेढ़ दशक तक उनकी राजनीतिक ग्राफ काफी नीचे रहा, लेकिन 2014 में मोदी लहर में पहली बार अकबरपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। इसके बाद 2019 में भी इसी सीट से सांसद चुने गये और अब लगातार तीसरी बार भी संसद में अकबरपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करेंगे। हालांकि जिस प्रकार पिछले दो चुनावों में भारी मतों से विजयी हुए इस बार उनकी जीत का अंतराल काफी कम हो गया। सपा के राजाराम पाल ने जबरदस्त टक्कर दी, लेकिन जीत नहीं सके। भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले 44345 वोटों से अकबरपुर लोकसभा सीट जीतने में कामयाब रहे। भोले को 517423 मत मिले और राजाराम को 473078 मत मिले।

जीत का कम हो गया अंतराल

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के देवेंद्र सिंह भोले ने बीएसपी की निशा सचान को 1,61,889 वोटों से हराया था। बीजेपी के देवेंद्र सिंह भोले को 5,77,603 वोट मिले थे। बीएसपी की निशा सचान को 3,04,553 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के राजाराम पाल को 1,07,592 वोट मिले थे। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का प्रभाव अकबरपुर पर भी पड़ा था और बीजेपी के देवेन्द्र सिंह भोले ने बसपा के अनिल शुक्ला को हरा दिया। भोले को 4 लाख 81 हजार 584 वोट मिले थे। वहीं बसपा के अनिल शुक्ला को 2 लाख 2 हजार 587 वोट मिले थे। सपा के लाल सिंह तोमर 1 लाख 47 हजार वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। वहीं कांग्रेस के जीते हुए प्रत्याशी राजाराम पाल सिर्फ 96 हजार वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे।

राजाराम की लगातार तीसरी हार

2024 के लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार राजाराम पाल को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा, हालांकि इस बार उन्होंने वोट प्रतिशत में जबरदस्त बढ़ोत्तरी की है। इससे पूर्व 2019 और 2014 का लोकसभा चुनाव राजाराम पाल हार चुके हैं। यह दोनों चुनाव उन्होंने कांग्रेस पार्टी से लड़ा था और इससे पूर्व 2009 के लोकसभा चुनाव में बतौर कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में विजयी भी हुए थे। इस प्रकार राजाराम पाल की अकबरपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार हार हुई है।