लोकसभा की हमीरपुर-महोबा सीट पर ढाई दशक बाद गठबंधन की दौड़ी साइकिल
लोकसभा की हमीरपुर-महोबा सीट पर ढाई दशक बाद गठबंधन की दौड़ी साइकिल
हमीरपुर,04 जून । हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट पर अबकी बार चुनाव परिणाम बड़े ही चौकाने वाले आए है। यहां इस बार इंडिया गठबंधन की साइकिल की रफ्तार में भाजपा का कमल मुर्झा गया है। ढाई दशक बाद यहां की सीट पर दूसरी बार सपा ने जीत का परचम फहराया है। भाजपा के पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल को सपा के उम्मीदवार अजेन्द्र सिंह राजपूत ने 2629 वोटों से पराजित किया है।
बुंदेलखंड की हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी संसदीय सीट पर पिछले दस सालों से भाजपा का कब्जा था। वर्ष 2014 के आम चुनाव में पुष्पेन्द्र सिंह ने 47.45 फीसदी मत लेकर पहली बार भाजपा का कमल खिलाया था। भाजपा की लहर में सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री विशम्भर प्रसाद निषाद 19.39 फीसदी मत लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे। जबकि बसपा के खाते में 18.28 फीसदी मत ही आए थे। सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी। उसे सिर्फ 8.11 फीसदी ही वोट मिले। वर्ष 2019 में सत्रहवीं लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल पर दोबारा दांव लगाया था।
भाजपा की सुनामी में ये दोबारा सांसद भी बने। उन्हें 52.75 फीसदी मत मिले थे जबकि गठबंधन में बसपा प्रत्याशी दिलीप सिंह को 29.99 फीसदी, कांग्रेस के प्रीतम सिंह को 10.51 फीसदी मत मिले थे। बागी प्रत्याशी संजय साहू को पूरे संसदीय क्षेत्र से 24057 मत मिले थे।
अबकी बार भाजपा प्रत्याशी एवं सिटिंग एमपी पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने यहां की सीट पर हैट्रिक लगाने के लिए पूरी ताकत लगाई थी, बावजूद उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा। सपा को 4.90 लाख तीन मत मिले, वहीं भाजपा को 4.87 लाख तीन सौ तिहत्तर व बसपा को 3.95 लाख चार सौ उनतालीस मत मिले है। समाचार लिखे जाने तक मतगणना का काम अभी पूरा नहीं हो सका। रिकाउटिंग के बाद भी भाजपा के पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल को सपा के उम्मीदवार अजेन्द्र सिंह राजपूत ने 2629 वोटों से पराजित किया है।