वाराणसी: मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के तस्वीर की उतारी आरती
सोहर गाकर दी जन्मदिन की बधाई, बोली- देश के लिए जीने वाले हैं मोदी
वाराणसी, 17 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 73वां जन्मदिन रविवार को मुस्लिम महिलाओं ने भी उल्लासपूर्ण माहौल में मनाया। मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में लमही स्थित सुभाष भवन में जुटी महिलाओं ने प्रधानमंत्री मोदी के तस्वीर के सामने 73 दीप जलाए, तस्वीर की आरती उतारी और सोहर भी गाया। प्रधानमंत्री के तस्वीर को प्रतीक रूप से लड्डू खिलाने के बाद नारा लगाया ‘मुस्लिम बहनें करे पुकार, हर जगह हो मोदी सरकार।
फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुस्लिम बेटियों के लिये अभिभावक हैं। जो उनके घर बसाने की चिन्ता करते हैं, तोड़ने की नहीं। मोदी जैसा न कोई हुआ है, न होगा। मुस्लिम महिलाओं के लिये मोदी उद्धारक हैं। अन्य महिलाओं ने कहा कि भारत की मुस्लिम महिलाएं अब आजाद हैं, अब उनकी जिन्दगी में कोई मौलाना दखल देकर उनको घर से बेदखल नहीं कर सकता। तीन तलाक और हलाला जैसे सामाजिक घृणित कुप्रथा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को न सिर्फ आजाद किया बल्कि उनको कानूनी अधिकार दिया। आज दुनियांभर की मुस्लिम महिलाएं पीएम मोदी की ओर देख रही हैं। सामाजिक कुप्रथाओं से आजादी के बाद मुस्लिम बेटियों ने शिक्षा की ओर तेजी से कदम बढ़ाया। आज शिक्षित होकर बड़े पदों पर बेखौफ होकर पहुँच रही हैं।
विशाल भारत संस्थान की केन्द्रीय परिषद की नेता नजमा परवीन ने घोषणा किया कि 10 हजार मुस्लिम महिलाएं नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मुस्लिम महिला अधिकार दिवस देने के लिये शुक्रिया कहेंगी और दुनिया भर की मुस्लिम महिलाओं की अपेक्षा भारत की मुस्लिम महिलाओं को ताकतर बनाने के लिये धन्यवाद कहेंगी।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में मुस्लिम महिलाओं को कानूनी आजादी मिली है। सामाजिक कुरीतियों की बेड़ियों में जकड़कर गुलाम बनाने वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सोच को मुस्लिम महिलाओं ने खुद ही नकार दिया है। हिन्दुस्तान की सभी वर्ग की महिलायें मुस्लिम बेटियों की आजादी के साथ खड़ी हैं।
प्रधानमंत्री का जन्मदिन मनाने में डॉ अर्चना भारतवंशी, शबनम, मैरून, जरीना, वाजबुननिशा, शमसुननिशा, नगीना, नाजमा, डा मृदुला जायसवाल, खुशी रमन भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी आदि शामिल रहीं।