असीम सम्भावनाएं और समृद्धि वाले यूपी अब इलेक्ट्रिक वाहन क्रान्ति की ओर अग्रसर : नन्दी

असीम सम्भावनाएं और समृद्धि वाले यूपी अब इलेक्ट्रिक वाहन क्रान्ति की ओर अग्रसर : नन्दी

असीम सम्भावनाएं और समृद्धि वाले यूपी अब इलेक्ट्रिक वाहन क्रान्ति की ओर अग्रसर : नन्दी

लखनऊ, 11 अगस्त । उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि निवेश का गंतव्य और देश का ग्रोथ इंजन बनने के साथ ही असीम सम्भावनाओं और समृद्धि वाला उत्तर प्रदेश अब इलेक्ट्रिक वाहन क्रान्ति की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि जहां इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, रिचार्जेबल बैटरी निर्माण के साथ ही अन्य ईवी प्लान्ट स्थापित करने के लिए हिन्दुजा, टाटा, रिलायंस, अडानी के साथ ही कई देशी और विदेशी कम्पनियां हजारों करोड़ का निवेश करते हुए अपना प्लांट स्थापित करने के लिए न सिर्फ इच्छुक हैं, बल्कि अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह तैयार है।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल ईकोसिस्टम सृजन को लेकर शुक्रवार को आयोजित राउण्ड टेबल सम्मेलन में देश की कई प्रतिष्ठित कम्पनियों ने सम्मिलित होते हुए न सिर्फ अपना निवेश प्रस्ताव रखा, बल्कि निवेश के लिए एमओयू भी साइन किए। जिन्हें हर सम्भव मदद का वादा किया गया।

इलेक्ट्रिक व्हीकल ईकोसिस्टम सृजन को लेकर लखनऊ के एक होटल में आयोजित राउण्ड टेबल सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। लेकिन विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए हम बेपरवाह नहीं हैं, अपनी प्रकृति एवं पर्यावरण के प्रति हमारा नजरिया संरक्षण एवं संवर्धन का है।

मंत्री नन्दी ने कहा कि आज हम एक युगांतकारी कदम बढ़ा रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल ईकोसिस्टम सृजन को लेकर आयोजित यह राउण्ड टेबल सम्मेलन स्वच्छ ऊर्जा, स्वस्थ पर्यावरण एवं आर्थिक उन्नति के मानकों पर ऐतिहासिक प्रयास है।

मंत्री नन्दी ने कहा कि फरवरी 2023 तक लगभग 4,15,000 ईलेक्ट्रिक व्हीकल के साथ उत्तर प्रदेश ऑन रोड ईवी की संख्या में सबसे अग्रणी राज्य है। विभिन्न हरित मार्गों पर 500 से अधिक बसें संचालित हो रही हैं। अकेले लखनऊ में प्रतिदिन लगभग 35 हजार यात्री इलेक्ट्रिक बसों से यात्रा करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2030 तक ईलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से पारम्परिक वाहनों को प्रतिस्थापित करने का विश्वास व्यक्त किया है।

इस उभरते हुए सेक्टर में सफलता एवं सक्षमता के नए मानकों को स्थापित करने के क्रम में हमारी प्रदेश सरकार नवीन इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और गतिशीलता नीति 2022 का सक्रिय एवं प्रभावी क्रियान्वयन कर रही है। नवीन इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद में सब्सिडी, पंजीकरण शुल्क एवं रोड टैक्स में प्रथम तीन वर्षों तक 100 प्रतिशत छूट एक ऐतिहासिक कदम के रूप में है।

उन्होंने बताया कि यहां पर हिन्दुजा ग्रुप उत्तर प्रदेश में 1000 हजार करोड़ से अधिक का ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने को तैयार हैं। उन्होंने 100 एकड़ भूमि की डिमांड की है। वहीं प्रयागराज में बीपीसीएल की 250 एकड़ भूमि में मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट स्थापित करने का प्लान रखा है।

राउण्ड टेबल सम्मेलन में हिन्दुजा ग्रुप के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में भूमि के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध होने पर ईलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट स्थापित करने के लिए दस हजार करोड़ रूपए के निवेश का प्रस्ताव रखा। जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने भूमि उपलब्ध कराने के साथ ही हर सम्भव मदद का वादा किया।

उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए चार वर्ष में चार हजार ईलेक्ट्रिक बस खरीदने, 1000 डीजल बस खरीदने और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सिटी ईवी बसों के खरीद की योजना बनाई है। जिसे प्राथमिकता देते हुए हिन्दुजा समूह के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लान्ट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। 100 एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई। जिस पर अधिकारियों द्वारा प्रयागराज, बाराबंकी, शाहजहांपुर और मेरठ में भूमि उपलब्धता की जानकारी दी गई।

अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज के नैनी इण्डस्ट्रियल एरिया में बीपीसीएल की 250 एकड़ भूमि ईवी मैन्युफैक्चरिग प्लान्ट के लिए सबसे बेहतर साबित होगी। जहां एक ही स्थान पर 100 एकड़ ही नहीं, उससे ज्यादा भूमि उपलब्ध है। जहां कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। जिस पर हिन्दुजा समूह के अधिकारियों ने कहा कि वह मौके पर जाकर निरीक्षण के बाद ही बता पाएंगें।

ये कम्पनियां हुई शामिल

अशोक लेलैंड-स्वीच मोबिलिटी (हिन्दुजा), ताउशिन ग्रुप, सर्वोटेक पॉवर सिस्टम लिमिटेड, नॉयरा एनर्जी, टाटा ग्रुप, जेसी-4वी लिमिटेड (मिन्डा ग्रुप यूस-बेस्ड), फोर्टम, जेन्टरी-एम प्लस,रिलायन्स जियो बीपी, अडानी टोटल एनर्जीस ई-मोबिलिटी लिमिटेड, इरिशा-ई-मोबिलिटी, वोलटिक, कॉसिस ग्रुप लिमिटेड यूके, ओब्डू ईवी प्राइवेट लिमिटेड, एएमजी ग्रुप, गिज्मो कन्सल्टेंट, जूम ईवी प्राइवेट लिमिटेड, अम्बरेन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बैटरी स्मार्ट, कॅरिट इलेक्टिक प्राइवेट लिमिटेड, राजेश एक्सपोर्ट्स, स्मार्ट ग्रिड प्राइवेट लिमिटेड, स्टेटिक।

इन कम्पनियों ने साइन किए एमओयू



- कैश योर ड्राइव ईवी पीवीटी लिमिटेड- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर- 2000 करोड़- 1000 रोजगार

- टाटा पॉवर ईवी चार्जिंग सॉल्यूशन- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर- 2000 करोड़- 100 रोजगार

- यूपीग्रीड साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड- बैटरी स्वैपिंग स्टेशन- 1000 करोड़- 1000 रोजगार

- सर्वोटेक पॉवर सिस्टम- ईवी चार्जिंग- 300 करोड़- 100 रोजगार

- अडानी टोटल एनर्जी इमोबिलिटी लिमिटेड- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर-100 करोड़- 500 रोजगार

- ट्रेसस इलेक्ट्रिक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड- इवी चार्जिंग इंफ्रा- 50 करोड- 100 रोजगार

- फोर्टम चार्ज एंड ड्राइव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर- 50 करोड़-5000 रोजगार

- स्टेटिक- ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर-10 करोड़- 50 रोजगार

इस मौके पर राज्य मंत्री औद्योगिक विकास जसवन्त सिंह सैनी, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार परिवहन विभाग दयाशंकर सिंह, आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, एमडी एवं सीईईओ, अशोक लेलैंड शीनू अग्रवाल, विशाल चोपड़ा हेड पब्लिक अफेयर, नायरा एनर्जी, रमन भाटिया एमडी एवं सीईओ सर्वोटेक, महेश बाबू एमडी एवं सीईओ स्वीच मोबैलिटी, ईवी डिवीजन हिन्दुजा ग्रुप, महेश मनी चीफ कॉमर्शियल ऑफिसर अशोक लेलैंड, एसके चड्ढा सीनियर एडवाइजर हिन्दुजा ग्रुप के साथ ही कई कम्पनियों के मालिक मौजूद रहे।