कहीं चांदी की पालकी तो कहीं फूलों से सजे रथ पर निकली भगवान जगन्नाथ की यात्रा
लखनपुरी में कई जगहों से भक्तों ने निकाली भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की यात्राएं
लखनऊ, 01 जुलाई। भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी की बसाई नगरी लखनपुरी में भगवान जगन्नाथ की जय जयकारों से गूंज उठी। दो साल बाद पुनः यात्रा निकलने से भक्तों में काफी उत्साह दिखा। कोरोना संक्रमण के कारण यात्रा नहीं निकल पा रही थी।
राजधानी में शुक्रवार, आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को चौक, चौपटिया, रानीकटरा , डालीगंज स्थित कई जगहो से भगवान की रथ यात्राएं निकाली गई। भगवान को चांदी की पालकी में विराजित किया गया था तो कहंीं फूलों से सजे रथ पर विराजित होकर भगवान भमण कर रहे थे। भक्तों ने हाथों से रथ में बंधी रस्सी खीचकर भगवान के रथ को चलाया। रथ को रस्सी से खीचना ही इस यात्रा की एक विशेषता हैं। चहूं ओर भक्ति का वातावरण था। यात्रा में पुरूष, महिलाएं व बच्चे भी शामिल होकर चल रहे थे। यात्रा में भक्तों को जामुन, आम, भीगी चने की दाल, कढ़ी चावल आदि का प्रसाद वितरित किया गया।
पुराने लखनऊ के रानी कटरा स्थित प्राचीन चारों धाम मंदिर से कई साल से निकल रही यात्रा निकल रही है। सुबह भगवान जगन्नाथ जी ,बलभद्र भैया और बहन सुभद्रा जी का विधि विधान से पूजन पंडित आकाश शुक्ला ने संपन्न कराया। भगवान की आरती के उपरांत तीनों देवों की प्राचीन चंदन से निर्मित मूर्तियां चांदी की पालकी में विराजित कराई गई। पालकी में सवार होकर भगवान पुराने शहर की गलियों में भ्रमण करने निकल पड़े।
प्रतिष्ठित लाला कुंदन लाल परिवार की ओर आयोजित रथ यात्रा में शिवनारायण अग्रवाल, संजय अग्रवाल ,लक्ष्मी कांत पांडे ,अभय अग्रवाल ,अतुल अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, रिद्धि गौड़ ,विपिन अवस्थी, आशीष गौड़ ,संदीप तिवारी अमित गौड़,अजय मेहरोत्रा,अनिल द्विवेदी, तिलक अग्रवाल ,यश, सार्थक ,सहित सैकड़ों भक्तों के साथ चौपटिया, दिलाराम बारादरी, संदोहनदेवी चौराहा ,रानी कटरा ,खेत गली में घर- घर पहुंचे भगवान की भक्तों ने आरती उतारी गई। भोग लगाया और प्रसाद ग्रहण किया। कढ़ी चावल, आम जामुन, गुड़हल, चने की दाल का भोग लगाया गया।
डालीगंज स्थित श्री माधव मन्दिर से श्री जगन्नाथ रथ यात्रा के समय बादल और धूप की लुका-छिपी के बीच भक्तों ने बड़े ही हर्षाेल्लास के साथ भगवाल जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली। रथ पर बलभद्र और सुभद्रा के साथ विराजमान भगवान जगन्नाथ की झांकी का श्रृंगार बहुत ही सुंदर और भव्य रूप में किया गया था। भक्त जयघोष के साथ रथ को श्रद्धापूर्वक और भक्तिभाव से खींचते हुए ले जा रहे थे। इस दौरान रथ यात्रा जहां से भी जा रही थी, लोग भगवान का जगन्नाथ को शीश नवाकर आर्शीवाद ले रहे थे।
नगर भ्रमण पर निकले भगवान का भक्तो ने भी दिल खोलकर स्वागत किया।फूलो की वर्षा के साथ ही इत्र का छिड़काव भी किया। लखनऊ इस्कॉन के ब्रह्मचारियों की ओर से हरि नाम संकीर्तन हरे कृष्णा, हरे कृष्णा महामंत्र मृदंग और करताल की ध्वनि में रथ यात्रा में गुंजारित हो रहा था। यात्रा के मार्ग में पांच प्रमुख जगहो पर वृन्दावन के कलाकार शुभम ग्रुप द्वारा श्रीकृष्ण लीलाओ का मंचन किया गया, वही रथ के आगे पवन मिश्रा ग्रुप श्रीहरि के सामने भजनों की वर्षा करते हुए चल रहे थे। दस पंजाबी ढोल रथ यात्रा में सबके आगे बजाते हुए चले, उसके पीछे वानर सेना के जय श्री राम के जयकारे लगा रहे थे। वही प्रसाद में जामुन, मीठे चावल, बूंदी प्रसाद भोग सभी भक्तों को वितरित किया। इक्कीस लोगो की टीम नासिक ढोल एक साथ ताल पर थिरकते भक्तो का उत्साह देखते ही बन रहा था।यात्रा में 15फ़ीट हनुमान रथ यात्रा की पताका लहराते हुआ, भक्त आरती थाल का नजर आ रहे थे। भगवान की महाआरती के बाद 56प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया।
भगवान के रथ को खीचने वालों में अन्य भक्तों के अलावा विशेष रूप से पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, उत्तर क्षेत्र से विधायक डॉ नीरज बोरा, रजनीश गुप्ता, अनुराग साहू ओमकार जायसवाल, श्याम साहू, घनश्याम अग्रवाल, गोविन्द साहू, दिनेश अग्रवाल, शामिल थे। उपाध्यक्ष भारत भूषण गुप्ता बताया कि इस बार हजार से अधिक लोगो मे लाइव प्रसारण फेसबुक पेज यात्रा का सजीव प्रसारण देखा।
वही राकेश साहू ने बताया कि मोबाइल के शौकीन फोटोग्राफर ग्रुप मोबिलोग्राफर के सदस्यों ने जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव की यादगार झलकियां अपने मोबाइल में कैद की। उत्कृष्ट फोटो का चयन पॉच जुलाई शाम तक मेल कर भेजने वाले सदस्यों में चयन करने के बाद पुरस्कृत किया जाएगा।
वहीं चौपटियां के संदोहन देवी मंदिर से रथ यात्रा उठकर दिलाराम बारादरी, नेपियर रोड, चौपटिया रोड होती हुई मंदिर में आकर विश्राम लिया। यात्रा में क्षेत्र में सैकड़ों लोग शामिल हुए। अलीगंज के नए हनुमान मंदिर यात्रा शुरू होकर मंदिर मार्ग, कपूरथला स्थित नगर निगम कार्यालय, हाईडिल कॉलोनी से होते हुए मंदिर में आकर समाप्त हो गई। अमीनाबाद की मारवाड़ी गली भव्य यात्रा उठी। जो गणेश गंज, अमीनाबाद चौराहा से होते हुए हनुमान मंदिर से मुड़कर पुनः गली में जाकर पूर्ण हो गई। अमीनाबाद की यात्रा भी काफी लंबे समय से निकल रही है। मोती नगर के गौड़िया मठ से भी रथ यात्राएं निकाली गई, जो मोतीनगर, ऐशबाग से होते निकली।