प्रयागराज महाकुंभ के लिए शुरू हुई तैयारियां, अतिक्रमण हटाने को मंत्री ने दिये निर्देश
नगर विकास मंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
लखनऊ, 17 अक्टूबर । प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मंगलवार को जल निगम हॉस्टल 'संगम', लखनऊ से महाकुम्भ 2025 के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर आयुक्त प्रयागराज, सम्बन्धित विभागों और एजेंसियों के अधिकारियों के साथ कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों और कार्यदायी एजेंसियों को आपस में समन्वय बनाकर युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बेहतर मैनेजमेंट के साथ किसी भी कार्य को व्यवस्थित ढंग से और स्थायी रूप से किया जाए। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर भी ध्यान दें, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
नगर विकास मंत्री ने लगभग 3738 करोड रुपए की लागत से विभिन्न विभागों द्वारा अब तक अनुमोदित 260 परियोजनाओं की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को प्रगति कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने मूलभूत सुविधाओं के साथ पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति, पार्किंग आदि की सुचार व्यवस्था करने, सड़कों व चौराहा से अतिक्रमण हटाने के साथ इनका चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के कार्यों में गति लाने को कहा। इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक 45 दिन चलेगा। इस दौरान मेला में छह करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 40 लाख श्रद्धालु शाही स्नानों में आ सकते हैं। 40 लाख कल्पवासी हो सकते हैं।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न होने देने तथा स्थनीयवासियों और जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर उनके सुझाओं पर अन्य किसी भी प्रकार के कार्यों को कराने की जरूरत हो, तो उसका प्रस्ताव भी शासन में अनुमोदन हेतु प्रेषित किया जाए। महाकुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने महाकुम्भ 2025 के लिए अब तक की गयी तैयारियों के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ 2025 में पिछले कुम्भ के सापेक्ष अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। अतः मेला क्षेत्र को 04 हज़ार हे0 क्षेत्रफल में व 25 सेक्टरों में बसाया जाएगा तथा लगभग 1800 हे0 में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। 13 किमी लम्बी 07 रिवर फ्रंट रोड, ग्रीन बेल्ट का विकास, पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था तथा वेंडिंग जोन की व्यवस्था भी करायी जाएगी।
उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा कियान्वित की जा रही परियोजनाओं के अन्तर्गत कचरे के शत प्रतिशत निस्तारण हेतु 200 मीटर क्षमता के बायो सीएनजी प्लांट, 15 मीटन क्षमता के बायो गैस प्लांट तथा 150 मी0 टन क्षमता के एमआरएफ प्लांट की स्थापना की जा रही। मेला क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु मुख्य प्रवेश मार्ग पार्क, मंदिरों के मार्ग, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट से जोड़ने वाले मार्गों पर प्रकाश व्यवस्था का कार्य कराया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, विशेष सचिव पीडब्लूडी के साथ अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। प्रयागराज के कमिश्नर तथा अन्य विभागों के अधिकारी बैठक में वर्चुअली प्रतिभाग किया।