सनातन की ताकत आस्था और आस्था की आत्मा पर्व-त्योहार : आदित्यनाथ
-घंटाघर से निकलने वाली भगवान नृसिंह की रंगभरी शोभायात्रा में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री

गोरखपुर, 14 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि सनातन धर्म जितनी समृद्ध पर्व-त्योहारों की परंपरा दुनिया के किसी भी अन्य देश में या मत-पंथ, मजहब के पास नहीं है। हमारी आस्था ही सनातन धर्म की ताकत है और आस्था की आत्मा पर्व, त्योहार में है। सनातन पर्व परंपरा में दक्षिण से उत्तर तक, पूरब से पश्चिम तक वर्ष भर उत्साह और उमंग से जुड़ने का अवसर भारतवासियों को प्राप्त होता है।
गोरक्षपीठाधीश्वर आदित्यनाथ होली पर्व पर घंटाघर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं होलिकोत्सव समिति की ओर से निकाली जाने वाली भगवान नृसिंह की रंगभरी शोभायात्रा के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को होली की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पौराणिक गाथा के अनुसार भारत में जन्म लेना दुर्लभ है और उसमें भी मनुष्य रूप में, सनातन धर्म में जन्म लेना और भी दुर्लभ। जो लोग सनातन को कोसते थे, उन्होंने भी सनातन का सामर्थ्य प्रयागराज महाकुंभ में देखा है। प्रयागराज महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पावन त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य के भागीदार बने। दुनिया में कहीं भी, किसी भी क्षेत्र में, किसी भी जाति का, किसी भी भाषा को बोलने वाला सनातनी रहा हो, उसने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाकर जीवन को धन्य बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ को दुनिया विस्मयकारी भाव से, कौतूहल भरी निगाहों के साथ देख रही थी। जबकि सनातन धर्म के लोग इस महाकुंभ के माध्यम से पूरे विश्व को एकता का संदेश देने के लिए जुड़े हुए थे। प्रयागराज में अद्भुत मर्यादा और अद्भुत अनुशासन देखने को मिला। वहां ऐसी एक भी घटना नहीं हुई जिसके कारण सनातनी लोगों को सिर नीचे करना पड़ता। योगी ने कहा कि जाति और अस्पृश्यता के नाम पर सनातन धर्म को बदनाम करने वालों को प्रयागराज महाकुंभ को जरूर देखना चाहिए। प्रयागराज महाकुंभ में चाहे राष्ट्राध्यक्ष हों या सामान्य नागरिक, बड़े से बड़ा धर्माचार्य हो या गांव का योगी, सबने एक घाट पर, एक भाव से आस्था की डुबकी लगाई। सनातन को बदनाम करने वाले और समाज को बांटने वाले वही लोग हैं जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म का एक ही उद्घोष है- जहां धर्म है वहीं विजय है। विजय पथ के लिए कठिन साधना और कठोर परिश्रम की आवश्यकता होती है। साधना जितनी कठिन होगी, सिद्धि उतनी बड़ी होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकसित भारत का जो संकल्प लिया है, वह तभी पूर्ण होगा जब भारत एक होगा। जब भारत एक होगा तो श्रेष्ठ होगा, तब उसे विकसित होने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी साधना राष्ट्रमाता के चरणों में समर्पित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश अखंड रहेगा तो एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना अवश्य पूरी होगी। उन्होंने भगवान नृसिंह के अवतार का उल्लेख करते हुए कहा कि यह चेतावनी भी है कि हिरण्यकश्यप जैसे लोगों का घमंड नहीं टिक सकता। एक उदाहरण भी है कि यदि भक्त प्रह्लाद के अनुरूप सत्य के मार्ग का अनुसरण किया जाएगा तो ईश्वर की कृपा जरूर बरसेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि ऐतिहासिक महाकुंभ के आयोजन के बाद यह होली अत्यंत विशेष है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में दुनिया ने सनातन धर्म का दर्शन किया और सनातन धर्म की सद्भावना देखी।
योगी ने उतारी भगवान नृसिंह की आरती, जमकर खेली होली
लोगों को होली की बधाई देने के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भगवान नृसिंह की पूरे विधि-विधान से आरती उतारी। उन्हें नारियल, गुझिया के साथ फूल, फल, रंग, अबीर, गुलाल अर्पित किया। भगवान नृसिंह की पूजा करने के बाद योगी पूरी तरह होली के माहौल में रम गए। उन्होंने लोगों के ऊपर जमकर फूल की पंखुड़ियां, अबीर, गुलाल उड़ाईं। देखते ही देखते योगी समेत समूचा जनमानस रंगों में सराबोर हो गया। इस दौरान जय श्रीराम और हर हर महादेव के नारों के बीच उत्सवी उल्लास आसमान पर था। इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, काशी से आए जगद्गुरु स्वामी संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा, कालीबाड़ी के महंत रवींद्रदास, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक डॉ. महेंद्र अग्रवाल, दक्षिण भाग संघचालक ओम जालान, होलिका उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज जालान, सह प्रांत प्रचारक सुरजीत आदि भी मौजूद रहे।