स्क्रैप मटेरियल व पुराने टायर वस्तुओं से बनने वाले एक थीम पार्क का करें निर्माण : अपर सचिव
स्क्रैप मटेरियल व पुराने टायर वस्तुओं से बनने वाले एक थीम पार्क का करें निर्माण : अपर सचिव

कानपुर, 16 जून । वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए परियोजनाओं का भौतिक स्थलीय जायज़ा लिया गया। सर्वप्रथम फूलबाग स्थित नानाराव पार्क का निरीक्षण किया गया, नानाराव में 15 वित्त आयोग स्मार्ट सिटी द्वारा पार्क को विकास कार्य कराया गया, जिसमें पुराने टायर, प्लास्टिक आदि से बनाए गए वेस्ट टू अंडर पार्क का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान अपर सचिव एवं वित्त सलाहकार प्रवीण कुमार पांडे मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट एंड फॉरेस्ट अपर सचिव एवं वित्त सलाहकार मौजूद रहे। यह जानकारी सोमवार को नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि अपर सचिव एवं वित्त सलाहकार प्रवीण कुमार पांडे ने निर्देशित किया कि स्क्रैप मटेरियल एवं पुराने टायर इत्यादि से बनने वाले वस्तुओं से एक थीम पार्क का निर्माण भी कानपुर नगर निगम के अंतर्गत कराया जाए। साथ ही रूमा स्थित मेज पार्क का जायज़ा लेते हुए कहा कि मेज पार्क मियावाकी पद्धति से कुल 10 एकड़ में वृक्षों की भूल–भूलैया बनाकर विकसित किया गया है। उक्त पार्क 15 वित्त आयोग के अंतर्गत मियावाकी पद्धति से विकसित किये जाने वाले शहरी जंगल की विशेषता यह होती है कि उक्त जंगल विकसित होने में अत्यधिक कम समय लेते हैं तथा शीघ्र ही जंगल का स्वरूप धारण कर लेते हैं। जिससे शहर को साफ हवा इत्यादि मिलती है। रूमा स्थित मेज पार्क में कुल 49 तरह के पेड़-पौधों से शहरी जंगल का निर्माण कराया गया है। साथ ही इस जंगल में पेड़-पौधों से भूल-भुलैया बनाई गई है। जो कि मनोरंजन के लिए भी प्रयोग में आती है।
इसी दौरान वन प्रशिक्षण संस्थान किदवई नगर में यूपीपीसीबी द्वारा स्थापित सतत् परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली का जायज़ा लिया गया। निरीक्षण के दौरान केंद्र संचालित पाया गया परंतु केंद्र में उचित रख रखाव साफ सफाई न होने के कारण यूपीपीसीबी को कड़ी फटकार लगाई गई एवं सचेत किया गया कि निगरानी केंद्र पर हमेशा साफ सफाई ध्यान रखा जाए।
इसी क्रम में विजय नगर जोन-छह में स्थित नमोवन का जायज़ा लिया गया। यह पार्क काफी व्यापक क्षेत्र में फैला हुआ है। इस पार्क में 15 वित्त आयोग के अंतर्गत मियावाकी पद्धति से विकसित किए जाने वाले शहरी जंगल विकसित होने में अत्यधिक कम समय लेते हैं। शीघ्र ही जंगल का स्वरूप धारण कर लेते हैं जिससे शहर को साफ हवा इत्यादि मिलती है। साथ ही पर्यावरण अच्छा रहता है, पार्क में कुल 49 तरह के पेड़–पौधों से शहरी जंगल का निर्माण कराया गया है ।