मुगल शासक औरंगजेब का पोस्टर लगाने पर महंत समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
मुगल शासक औरंगजेब का पोस्टर लगाने पर महंत समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
चित्रकूट, 07 अगस्त । उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के रामघाट में मंदाकिनी तट पर स्थित प्राचीन यज्ञवेदी मंदिर के बैनर में क्रूर मुगल शासक औरंगजेब की तस्वीर लगाने पर महंत समेत तीन लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि प्राचीन बालाजी मंदिर के साथ प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से यज्ञवेदी के महंत सत्यप्रकाश ने अपनी और औरंगजेब की तस्वीरों वाले इस बैनर को बनवाया था। महंत की हरकत को देेखते हुए हिंदू युवा वाहिनी ने मामले की शिकायत की थी और जिस पर पुलिस ने महंत समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रकरण में हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष की तहरीर पर एफआईआर दर्ज किया गया है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर 151 की धारा में कार्यवाही की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष बुद्ध प्रकाश ने कर्वी कोतवाली में तहरीर दी थी। जिसमें यज्ञवेदी के महंत सत्यप्रकाश दास व उनके सहयोगी चरण दास और पुजारी ने मंदिर और खुद का प्रचार करने के लिए बैनर बनवाया था। इस बैनर में इन लोगों ने अपनी तस्वीर के साथ क्रूर मुगल शासक औरंगजेब की तस्वीर भी लगवा दी थी। इस मामले में हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष बुद्ध प्रकाश का कहना है कि 16वीं सदी में पन्ना नरेश द्वारा बनवाए गए इस मंदिर की प्रचार सामग्री में तस्वीर लगाकर मुगल शासक को महान दर्शाने का घृणित काम किया गया है। बैनर में औरंगजेब की फोटो देखकर संगठन के लोगों ने महंत से मिलकर आपत्ति जताई और इसका कारण पूछा।
कारण पूछने पर महंत सत्यप्रकाश दास ने हिन्दू युवा वाहिनी के लोगों को बताया कि मंदिर में औरंगजेब का ताम्रपत्र है। उन्होंने बताया कि मंदिर को लेकर उन्होंने जो लोगों से सुना था और पढ़ा था, उसी के अनुसार उन्होंने बैनर में फोटो लगवाई थी। हिन्दू युवा वाहिनी के करीब 24 लोग उनके पास आए थे और बैनर को लेकर आपत्ति जताई थी। उन लोगों ने कहा था कि इस बैनर को हटा दें।
इस मामले में सीओ सिटी शीतला प्रसाद पांडेय ने बताया कि रामघाट में यज्ञवेदी मन्दिर में एक पोस्टर लगाया गया था, जिसमें मन्दिर के महंत सत्यप्रकाश दास, चरण दास, त्रिभुवन दास ने अपनी तसवीर वाले पोस्टर में मुगल शासक औरंगजेब की तस्वीर लगवाई थी जिसको लेकर हिन्दू युवा वाहिनी ने विरोध दर्ज कराया था। इस मामले एक अभियुक्त के खिलाफ 151 में कार्यवाही की जा चुकी है और बचे दो लोगों की तलाश की जा रही है।