भाजपा ने समरसता दिवस के रूप में मनाई आम्बेडकर जयंती

भाजपा ने समरसता दिवस के रूप में मनाई आम्बेडकर जयंती

भाजपा ने समरसता दिवस के रूप में मनाई आम्बेडकर जयंती

लखनऊ, 14 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शुक्रवार को प्रदेशभर में सामाजिक न्याय सप्ताह के तहत भारत रत्न बाबा साहेब डा.भीमराव आम्बेडकर की जयन्ती को समरसता दिवस के रूप में बूथ स्तर पर मनाया।



भाजपा ने प्रदेश में डा.अम्बेडकर प्रतिमा स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया तथा प्रतिमाओं पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर सामाजिक न्याय के अग्रदूत बाबा साहेब को कृतज्ञ नमन किया। जिला स्तर पर गोष्ठियों के आयोजन कर बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय, समरसता व समानता के लिए किये गए संघर्षों तथा राष्ट्रोत्थान में उनके योगदान पर चर्चा हुई।



पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पुष्पार्चन करके सामाजिक न्याय के प्रणेता को नमन किया। बाबा साहेब डा. अम्बेडकर जयन्ती पर पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और आयोग, बोर्डों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य तथा पार्टी कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।



प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भारतीय संविधान के शिल्पकार, महान समाज सुधारक,समतामूलक समाज के प्रणेता भारत रत्न बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती पर नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सामाजिक न्याय, आर्थिक सुदृढ़ीकरण और समाज के अन्तिम पायदान पर खडे़ लोगों को सबल बनाते हुए बाबा साहेब द्वारा प्रशस्त मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं।



देश में विकास व सामाजिक उत्थान की दृष्टि से बाबा साहेब का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब के जीवन से जुडे़ पांच प्रमुख स्थलों को पंचतीर्थ घोषित किया तथा उनका विकास भी किया। आज के दिन हम सभी पार्टी कार्यकर्ता बाबा साहेब के आदर्शों और विचारों को अपने जीवन में उतारने का प्रण लेते है। भाजपा कार्यकर्ता बाबा साहब के बताये मार्ग पर चलने के लिए कृत संकल्पित है।



प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि देश सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय की दृष्टि से किस तरह समानता की राह पर अग्रसर हो और देश का प्रजातंत्र किस प्रकार मजबूत हो सकता है, इसकी नींव संविधान के माध्यम से बाबा साहेब ने रखी थी।