गंगा के किसी भी घाट पर डुबकी लगायें पुण्य मिलेगा: रविन्द्र पुरी
गंगा के किसी भी घाट पर डुबकी लगायें पुण्य मिलेगा: रविन्द्र पुरी
महाकुम्भनगर, 28 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने मौनी अमावस्या की तैयारी पर कहा कि प्रयागराज में इस बार महाकुंभ 144 साल के बाद आया है। सभी की कामना है कि हम महाकुंभ में जाएं और पुण्य का लाभ मिले । इस समय सबसे बड़ी समस्या है हर कोई संगम में ही डुबकी लगाना चाहता है। मैं यहां पहुंचे सभी भक्तों और स्नान करने वालों से बस यही अपील करना चाहूंगा जितने भी लोग यहां आ चुके हैं उन्हें जहां-जहां भी गंगा मैया दिखाई दे रही हैं आप वहीं पर स्नान कर लीजिए पुण्य का लाभ आपको गंगा में आस्था की डुबकी लगाने से होगा। संगम पर अनावश्यक भीड़ करना उचित नहीं है कोई भी हादसा हो सकता है। इसलिए हम चाहते हैं नाग वासुकी से लेकर संगम तट तक जहां भी गंगा मैया हैं वहां पर आप डुबकी लगाकर 2025 के महाकुंभ के साक्षी बनें । इतनी जबरदस्त भीड़ है इसलिए मैंने सभी संत महात्माओं और सभी से यही आवाहन किया है कि जहां-जहां आपका आश्रम में सभी जगह आप भंडारे शुरू कीजिए क्योंकि दो दिन यहां पर बहुत जबरदस्त भीड़ हो रखी है लोग खाना कहां खाएंगे इसलिए हम यही चाह रहे हैं कि सभी अखाड़ों और सभी आश्रमों में भोजन की व्यवस्था नि:शुल्क मिले ।
उन्होंने बताया कि कल होने वाले स्नान के क्रम में हमारा निरंजनी अखाड़ा 4:50 पर हम गेट से बाहर निकलेंगे और 5:50 पर हम स्नान करेंगे सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा फिर निरंजनी अखाड़ा फिर जूना अखाड़ा उसके बाद बैरागी अखाड़े और फिर उसके बाद उदासीन अखाड़े स्नान करेंगे। यह कार्यक्रम सुबह से लेकर शाम तक जारी रहेगा मैं यह भी आवाहन किया है हम जितने भी संत महात्मा हैं जल्द से जल्द स्नान करके घाट खाली करें ।
करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आए हैं इनको अवसर मिलना चाहिए मैं यही कहना चाहूंगा मेरे जितने भी भाई-बहन यहां आ रहे हैं जो वृद्ध महिलाएं आ रही हैं वह भी इस महाकुंभ में आई हुई हैं। इसलिए हमारे चेतन हो चुके हिंदू समाज से हम यही कहेंगे कि आप परंपरा का निर्वहन करते हुए सुरक्षित और समझदारी से काम लें।