प्रयागराज महाकुम्भ में विश्व कल्याण की कामना से शुरू हुआ शत चंडी व रूद्र चंडी महायज्ञ

प्रयागराज महाकुम्भ में विश्व कल्याण की कामना से शुरू हुआ शत चंडी व रूद्र चंडी महायज्ञ

प्रयागराज महाकुम्भ में विश्व कल्याण की कामना से शुरू हुआ शत चंडी व रूद्र चंडी महायज्ञ

-गुप्त नवरात्रि में शत चंडी महायज्ञ व रूद्र चंडी महायज्ञ का बहुत बड़ा महत्व: श्रीनारायण गिरि महाराज

महाकुम्भ नगर, 27 जनवरी (हि.स.)। गुप्त नवरात्रि में शत चंडी महायज्ञ व रूद्र चंडी महायज्ञ का बहुत अधिक महत्व होता है। इन्हें करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। यह बात श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़ा के अन्तरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीनारायण गिरि महाराज ने कही।

उन्होंने कहा कि गुप्त नवरात्रि में शत चंडी महायज्ञ व रूद्र चंडी महायज्ञ का बहुत अधिक महत्व होता है। इन्हें करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। प्रयागराज महाकुम्भ में विश्व कल्याण की कामना से शत चंडी महायज्ञ व रूद्र चंडी महायज्ञ किया जा रहा है, जो पांच फरवरी तक चलेगा। थानापति अरूण भारती व अजय पुजारी की देखरेख में महायज्ञ का आयोजन हो रहा है।

महाकुम्भ के सेक्टर 20 में काली रोड पर जूना अखाड़े के सामने सोमवार को वैदिक मंत्रों के साथ गुप्त नवरात्रि शंत चंडी महायज्ञ व रूद्र चंडी महायज्ञ शुरू हुआ। श्रीमहंत हरदेव गिरि महाराज व श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़ा के अन्तरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीनारायण गिरि महाराज ने विधि—विधान के साथ पूजा—अर्चना करके किया। शत चंडी व रूद्र चंडी महायज्ञ के मुख्य आचार्य शैलेश​ तिवारी 31 पंडितों के साथ करा रहे हैं। मुख्य यजमान के रूप में महायज्ञ का आयोजन जूना अखाड़े की शाखा आनंदेश्वर मठ मंदिर कानपुर जिसे छोटी काशी भी कहा जाता है, के द्वारा कराया जा रहा है।

आनंदेश्वर मठ मंदिर कानपुर के मुख्य महंत जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज हैं। वहीं श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, श्रीमहंत उमाशंकर भारती महाराज, श्रीमहंत केदार पुरी महाराज, श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज चार सहायक महंत हैं। थानापति अरूण भारती महाराज, थानापति विवेक भारती महाराज , सचिव शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज, थानापति अरूण भारती महाराज, यति महाराज, मुनी लाल पांडे, रानी भटियाणी मंदिर जसौल बालोतरा राजस्थान के संयोजक हरिश चंद सिंह, ईश्वर सिंह बहुरानी आदि मौजूद रहे।