वैश्विक बाजार में उत्तर प्रदेश की बढ़ती धाक का माध्यम बनेगा ‘प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया 2024’

इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट व प्रोडक्शन के इंटरनेशनल ट्रेड फेयर के तौर पर ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 11 से 13 सितंबर के बीच होगा आयोजन

वैश्विक बाजार में उत्तर प्रदेश की बढ़ती धाक का माध्यम बनेगा ‘प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया 2024’

ग्रेटर नोएडा, 10 सितंबर। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार वैश्विक बाजार में अपनी बढ़ती धाक को और प्रशस्त करने के लिए सेमीकॉन इंडिया 2024, इलेक्ट्रॉनिका इंडिया 2024 के साथ ही प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया 2024 का भी आयोजन करने जा रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट व प्रोडक्शन के इंटरनेशनल ट्रेड फेयर के तौर पर ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 11 से 13 सितंबर के बीच यह आयोजन होगा। कुल 35हजार स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में अवस्थित विभिन्न पवेलियंस के माध्यम से यह आयोजन अद्भुत छटा बिखेरेगा जिसमें दुनियाभर के 589 एग्जिबिटर्स हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन में भी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के बढ़ते महत्व पर योगी सरकार का विशेष फोकस होगा और योगी सरकार प्रदेश के निवेश परक माहौल, गुड गवर्नेंस के साथ ही सेक्टर फेवरेबल पॉलिसीज के प्रमोशन को सबसे ज्यादा महत्व दे रही है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश मोबाइल विनिर्माण उद्योग में अग्रणी है और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग में भी विशिष्ट योगदान रखता है। ऐसे में, प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया 2024 के आयोजन के माध्यम से उत्तर प्रदेश वैश्विक बाजार में अपनी बुलंद उपस्थिति को दर्ज कराने के साथ ही निवेश व रोजगार सृजन के भी नए अवसरों को तलाशने के माध्यम के तौर पर कार्य कर रहा है।

-मोस्ट फेवर्ड डेस्टिनेशन के तौर पर प्रोजेक्ट होगा उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ का विजन प्रदेश को अगले कुछ वर्षों में वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने पर है। ऐसे में, प्रदेश में सेमीकंडक्टर सेक्टर का विस्तार हो, चिप बिल्डिंग की बड़ी कंपनियां यहां प्लांट लगाएं और इलेक्ट्रॉनिक गुड्स मैन्युफैक्चरिंग के प्रदेश भर में विभिन्न क्लस्टर्स क्रियान्वित हो सकें, इसके लिए बड़े स्तर पर कार्य किया जा रहा है। मौजूदा आयोजन में भी इन्हीं फैक्टर्स पर योगी सरकार का सबसे ज्यादा फोकस है। उत्तर प्रदेश में नोएडा व ग्रेटर नोएडा की अगुआई में कुछ क्लस्टर्स कार्यरत हैं और इनके माध्यम से ही उत्तर प्रदेश देश के मोबाइल विनिर्माण में 55वि तथा मोबाइल घटक निर्माण में 50 प्रतिशत तक का योगदान दे रहा है। उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ष 2020 में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति लाई गई थी जिसके जरिए प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने, इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर्स की स्थापना व ईएमसी स्ट्रक्चर के विकास पर सब्सिडी समेत अन्य लाभ देने के प्रावधान किए गए हैं। ऐसे में, प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया के माध्यम से कार्यक्रम में हिस्सा ले रही दुनियाभर की तमाम दिग्गज कंपनियों और निवेशकों का ध्यान उत्तर प्रदेश की सशक्त स्थिति की ओर आकृष्ट कराते हुए उसे मोस्ट फेवरेबल डेस्टीनेशन के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाएगा।

-विभिन्न प्रकार के विषयों पर आयोजित कॉन्फ्रेंस का होगा आयोजन

प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया 2024 के अंतर्गत 11 से 13 सितंबर के बीच कई प्रकार के टॉपिक्स व विषयों पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इसमें पीसीबी व ईएमएस, सर्फेस माउंट टेक्नोलॉजी (एसएमटी), केबल्स-क्वॉयल्स व हाइब्रिड, सेमीकंडक्टर, फ्यूचर प्रोडक्शन व ओवरऑल प्रोडक्शन सपोर्ट जैसे विषयों को कवर किया जाएगा। इस दौरान कंपनियों द्वारा अपने प्रोडक्ट्स की नुमाइश भी की जाएगी और दुनियाभर के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां व देशों के एक्सपर्ट्स हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में कुल विजिटर्स में से 58 प्रतिशत विदेशी होते हैं जिनमें से 54 प्रतिशत विदेशी एग्जीबिटर्स होते हैं। मुख्यमंत्री योगी के विजन अनुसार कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग तथा उत्तर प्रदेश शासन के अधीन कार्यरत यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएलसी) प्रतिभाग कर रहे हैं। विभाग की ओर इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर व चिप निर्माण के क्षेत्र में सेक्टर फेवरिंग नीतियों का प्रमोशन किया जाएगा। साथ ही, यहां इनवेस्टर्स के साथ बैठकों का भी आयोजन किया जाएगा जिससे प्रदेश में निवेश और रोजगार सृजन का मार्ग भी प्रशस्त हो सकेगा।