दुनिया भर में 300 से ज्यादा सांकेतिक भाषाएं : शशांक शेखर पाण्डेय

दुनिया भर में 300 से ज्यादा सांकेतिक भाषाएं : शशांक शेखर पाण्डेय

दुनिया भर में 300 से ज्यादा सांकेतिक भाषाएं : शशांक शेखर पाण्डेय

प्रयागराज, 23 सितम्बर। सांकेतिक भाषा अर्थात् साइन लैंग्वेज वह विधा है जिसकी मदद से दुनिया भर में करोड़ों लोग आपस में बात करते हैं। दुनिया भर में 300 से ज्यादा सांकेतिक भाषाएं हैं। मूक और श्रवण हीनता के साथ जी रहे लोग संवाद के लिए सांकेतिक भाषा का ही उपयोग करते हैं। आज समाचारों से लेकर फिल्मों में इस भाषा का पर्याप्त उपयोग हो रहा है।

यह बातें उत्तर प्रदेश सरकार के अपर शासकीय अधिवक्ता शशांक शेखर पांडेय ने बतौर मुख्य अतिथि शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में “अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस“ में सम्बोधित करते हुए कही। प्रयागराज बधिर कल्याण ट्रस्ट एवं उत्तर प्रदेश बधिर कला तथा सांस्कृतिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि इस भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने व दिव्यांगों के मानवाधिकारों के पक्ष में बात करने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से 23 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि भारत में पहला सांकेतिक भाषा का शब्दकोश 2018 में जारी किया गया था।

उल्लेखनीय है कि सांकेतिक भाषा में संवाद करते हुए आपको आंखों और चेहरों के साथ ही हाथों और उंगलियों के मूवमेंट पर भी नजर रखनी होती है। जितनी सांकेतिक भाषाएं हैं उन सभी में समानताएं भी हैं और अंतर भी, ठीक वैसे ही जैसे हमारी बोली और भाषाओं में भिन्नता है। हिंदी, अंग्रेजी या अन्य किसी भी भाषा की तरह ही इन सांकेतिक भाषाओं के भी अपने व्याकरण, नियम और अभिव्यक्ति के तरीके होते हैं। इस दौरान उन्होंने सांकेतिक भाषा से सम्बंधित पोस्टर का विमोचन भी किया।







इस अवसर पर दिव्यांग जनों ने सरकार से मांग किया है कि हर क्षेत्र के लोगों को सांकेतिक भाषा सीखना अनिवार्य किया जाना चाहिए तथा पुलिस, चिकित्सा, न्यायालय, रेलवे स्टेशन और सभी शैक्षणिक संस्थाओं में सांकेतिक भाषा सिखाई जाए। प्रयागराज बधिर कल्याण ट्रस्ट के महामंत्री राम रघुवर मिश्रा ने सांकेतिक भाषा में बताया कि 26 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय बधिर दिवस के अवसर पर “अंतरराष्ट्रीय बधिर दिवस जागरूकता रैली“ निकाली जाएगी जो सिविल लाइंस हनुमान मंदिर से प्रारम्भ होकर पत्थर गिरजाघर तक जाएगी।

कार्यक्रम में नागेंद्र नाथ पांडेय, मदन मोहन श्रीवास्तव, नीरज सिंह, लता गुप्ता, तरुण कुमार, प्रतीक श्रीवास्तव, संजय यादव, प्रतीक उपाध्याय, पवन कुमार पांडेय, रिजवान अहमद, शोभना सिंह चौहान, अभिलाष त्रिपाठी, मोहम्मद नाजिम, पिंटू शर्मा आदि लोग मौजूद थे।