मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण में गैंगस्टर एक्ट के तहत अस्पताल संचालिका को लिया हिरासत में
जिले के चिकित्सक डॉ. अलका राय और सहयोगी शेषनाथ राय हैं आरोपी
मुख्तार अंसारी के बाराबंकी एंबुलेंस प्रकरण के मामले में बाराबंकी की पुलिस टीम सोमवार को जिले के एक निजी अस्पताल संचालिका और उनके सहयोगी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने जिले में पहुंची। हालांकि उससे पहले ही मऊ पुलिस टीम ने अस्पताल संचालिका के सहयोगी शेषनाथ राय को हिरासत में ले लिया और संचालिका को उसके अस्पताल में नजरबंद करते हुए कहीं भी बाहर न निकलने की इजाजत दी।
मुख्तार अंसारी के बाराबंकी एंबुलेंस प्रकरण में प्रशासन ने आरोपियों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है इस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाते हुए धरपकड़ शुरू कर दी है जिसके क्रम में बाराबंकी पुलिस सोमवार को जिले में पहुंची।
बताते चलें कि पिछले साल मार्च में इस प्रकरण का खुलासा हुआ था। उसके बाद जिले की जानी-मानी चिकित्सक और तत्कालीन भाजपा की महिला मोर्चा की क्षेत्रीय महामंत्री डॉ. अलका राय और उनके सहयोगी शेषनाथ राय का नाम सामने आया था। और प्रशासन ने इनको अप्रैल 2021 में हिरासत में लेते हुए बाराबंकी जेल में भेज दिया था। इसके अलावा भी पुलिस में मुख्तार के कई करीबियों को आरोपी बनाया था। जिसमें से डॉ. अलका राय और उनके भाई शेषनाथ राय पिछले साल 22 दिसंबर को लगभग 8 महीने बाद जेल से रिहा हुए ।
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शपथ ग्रहण करने के बाद ही इस प्रकरण के मुख़्तार अंसारी सहित सभी 13 आरोपियों के खिलाफ प्रशासन ने और धाराएं बढ़ाते हुए गैंगस्टर एक्ट लगा दिया है और कार्यवाही करनी शुरू कर दी है।
इस मामले में डॉ. अलका राय ने खुद को बेगुनाह बताते हुए बताया कि कि मैं 8 महीने जेल में रह कर आई हूं ,वह भी उस प्रकरण में जिसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता है और मैंने सारे सबूत दे दिए थे । जिस एंबुलेंस के लिए मुझे जेल में रखा गया, मुझे जानकारी भी नहीं थी कि ऐसा कोई एंबुलेंस है। न बाराबंकी में मेरा कोई हॉस्पिटल था और न ही मेरा बाराबंकी से कोई नाता है। पिछले 2 महीने से अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश कर रही हूं । पहले 420 का मुकदमा लगा और अब गैंगस्टर एक्ट लगा दिया गया है । मुझे नजरबंद कर दिया गया है और बाराबंकी पुलिस आ रही है।