डिप्टी सीएम के अभियान से अस्पतालों में खलबली, निगरानी बढ़ी
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मरीजों को फोन कर ले रहे इलाज का जायजा
लखनऊ, 23 जून । उत्तर प्रदेश के सरकारी मेडिकल संस्थानों की व्यवस्थाएं गुरुवार को चाक चौबंद नजर आईं। ओपीडी से लेकर वार्ड तक का डॉक्टरों ने सुबह और शाम को राउंड लिया। मरीजों की सेहत व सुविधाओं का हाल जाना। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के ‘‘स्वास्थ्य आपका संकल्प सरकार का’’ अभियान को लेकर अस्पतालों में खलबली मची रही।
डॉक्टरों ने बढ़ाई निगरानी
लखनऊ में केजीएमयू, बलरामपुर, लोहिया, सिविल, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु, डफरिन, झलकारीबाई समेत अन्य अस्पतालों का संचालन हो रहा है। सीएमओ के अधीन सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इन अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना लभगभ 30 से 35 हजार मरीज आ रहे हैं। मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। डिप्टी सीएम के अभियान के बाद डॉक्टरों ने सुविधाओं की निगरानी बढ़ा दी है।
-सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने समय पर ओपीडी के संचालन के निर्देश दिए। डॉक्टर व कर्मचारियों को अस्पताल की दवा लिखने के निर्देश दिए हैं।
-केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि कुलपति ने सभी डॉक्टरों को हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) के स्टोर की ही दवा लिखने के निर्देश दिए हैं। मरीजों के प्रति अच्छा बरताव रखने को कहा गया है।
-बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि मरीजों को अस्पताल की ही दवा लिखने के लिए कहा गया है। अस्पताल में पर्याप्त दवाएं हैं। जांच की सुविधा भी मुफ्त मुहैया कराई जा रही है। सुबह और शाम को राउंड लिया जा रहा है। इमरजेंसी में सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराने के निर्देश हैं।
डिप्टी सीएम ने फोन पर जानी इलाज की हकीकत
-किसी ने पैसे तो नहीं मांगे आपसे
ट्रॉमा सेंटर में भर्ती राहुल रावत जी की तबीयत कैसी है ? इलाज हासिल करने में कोई असुविधा तो नहीं हो रही है। यदि कोई दिक्कत हो तो बताना। मैं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक हूं। जी सर। मैं राहुल का भाई पवन हूं। हम लोग आशियाना में रहते हैं। ट्रॉमा सेंटर के तीसरे तल पर भाई का इलाज चल रहा है। मोटरसाइकिल से गिरने की वजह से चोट लग गई है। हाथ-पैर बेजान हो गए हैं। डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है। तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। डॉक्टर-कर्मचारियों का बरताव भी ठीक है।
मैं डिप्टी सीएम बोल रहा हूं। सुना है सिविल में आपके मरीज राजेंद्र प्रसाद को इलाज हासिल करने में कोई दिक्कत आ रही है। मैं राजेंद्र की पत्नी शिवकुमारी बोल रही हूँ। मेरे पति के पैर में पस बन रहा है। डॉ. यूके प्रसाद सर इलाज कर रहे हैं। अभी तक इलाज में कोई परेशानी नहीं हुई। पैसे की मांग भी किसी स्तर पर नहीं हुई है। दवाएं भी मुफ्त मिल रही हैं।