रक्षा अलंकरण : राष्ट्रपति ने सशस्त्र बल कर्मियों को 10 कीर्ति चक्र और 26 शौर्य चक्र प्रदान किए

रक्षा अलंकरण : राष्ट्रपति ने सशस्त्र बल कर्मियों को 10 कीर्ति चक्र और 26 शौर्य चक्र प्रदान किए

रक्षा अलंकरण : राष्ट्रपति ने सशस्त्र बल कर्मियों को 10 कीर्ति चक्र और 26 शौर्य चक्र प्रदान किए

नई दिल्ली, 5 जुलाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में रक्षा अलंकरण समारोह (चरण-1) में सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य व संघ शासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को 10 कीर्ति चक्र (सात मरणोपरांत) और 26 शौर्य चक्र (सात मरणोपरांत) प्रदान किए। इन जवानों को ये पुरस्कार उनकी विशिष्ट वीरता, अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति अत्यधिक समर्पण दिखाने के लिए दिए गए।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में यह सम्मान प्रदान किए गए । इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित केन्द्रीय मंत्रिमंडल के अनेक वरिष्ठ मंत्री शामिल हुए।

जिन सैनिकों-जवानों को मरणोपरांत यह सम्मान प्रदान किया गया, उनके परिजनों ने यह सम्मान प्राप्त किया। सम्मान प्रदान करने के दौरान उनकी शौर्य गाथा सुनाई गई। इस समारोह में जिन्हें सम्मान प्रदान किया गया, वे हैं--



कीर्ति चक्र (मरणोपरांत):

इंस्पेक्टर दिलीप कुमार दास, हेड कांस्टेबल राज कुमार यादव, कांस्टेबल बबलू राभा, कांस्टेबल शम्भू राय, सिपाही पवन कुमार, कैप्टन अंशुमन सिंह और हवलदार अब्दुल माजिद।

कीर्ति चक्र

मेजर दिग्विजय सिंह रावत, मेजर दीपेन्द्र विक्रम बस्नेत और नायब सूबेदार पवन कुमार यादव।

शौर्य चक्र (मरणोपरांत):

कांस्टेबल सफीउल्लाह कादरी, मेजर विकास भांग्भू, मेजर मुस्तफा बोहरा, राइफलमैन कुलभूषण मन्ता, हवलदार विवेक सिंह तोमर, राइफलमैन आलोक राव और कैप्टन एमवी प्रंजल।

शौर्य चक्र

कांस्टेबल/जीडी गामित मुकेश कुमार, सब इंस्पेक्टर अमित रैना, सब इंस्पेक्टर फ़रोज़ अहमद डार, सहायक कमांडेंट बिभोर कुमार सिंह, कांस्टेबल वरुण सिंह, पुलिस अधीक्षक मोहन लाल, मेजर राजेंद्र प्रसाद जाट, मेजर रविंदर सिंह रावत, नायक भीम सिंह, मेजर सचिन नेगी, मेजर मानेओ फ्रांसिस पीएफ, विंग कमांडर शैलेश सिंह, लेफ्टिनेंट बिमल रंजन बेहरा, हवलदार संजय कुमार, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषिकेश जयन करुथेदाथ, कैप्टन अक्षत उपाध्याय, नायब सूबेदार बारिया संजय कुमार भ्रमर सिंह, मेजर अमनदीप जाखड़ और पुरुषोत्तम कुमार।