डकैत ददुआ के पुत्र ने मानिकपुर से चुनाव लड़ने का किया ऐलान
अखिलेश से बातचीत के बाद अपना निर्णय बदला
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मोस्ट वांटेड डकैत रहे शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ के पुत्र और समाजवादी पार्टी से जिले की मानिकपुर विधानसभा से प्रत्याशी वीर सिंह पटेल ने एक बार फिर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव से बातचीत के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है। इससे पहले उन्होंने जब सपा से चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था तो यहां की जनता में काफी मायूसी छा गई थी। वीर सिंह के एक बार फिर से सक्रिय होने पर जनपद में राजनीति गरमा गई है।
समाजवादी पार्टी ने जिले की सदर विधानसभा सीट से युवा किसान नेता एवं पूर्व डीडीसी अनिल प्रधान (पटेल) को और दस्यु ददुआ के पुत्र वीर सिंह पटेल को मानिकपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शुक्रवार को सपा प्रत्याशी दस्यु ददुआ के पुत्र वीर सिंह पटेल ने चित्रकूट जिले की मानिकपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने से इंकार कर बुंदेलखंड की सियासत गर्म कर दिया है। वीर सिंह पटेल का मानना है कि वह जिले की सदर विधानसभा चित्रकूट से विधायक रहे हैं। साथ ही इसी सीट से वह चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। अचानक पार्टी द्वारा चित्रकूट की बजाय मानिकपुर विधानसभा सीट से टिकट दे दिया गया। इतने कम समय में सियासी जमीन तैयार करना बड़ा मुश्किल है। इसलिए उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार किया था।
रविवार देर शाम सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव से फोन पर वार्ता के बाद उन्होंने अपने निर्णय को बदल दिया है। अब वह पूरी ताकत के साथ जिले की मानिकपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि पूरे प्रदेश में सपा की लहर है। जिले की दोनों विधानसभा सीट से सपा की ऐतिहासिक जीत होगी और अखिलेश यादव के नेतृत्व में यूपी में सपा की सरकार बनेगी।
गौरतलब है कि वर्ष 2007 में मारे गये डकैत ददुआ के पुत्र सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल 2012 में जिले की सदर सीट से विधायक चुने जा चुके है। इससे पूर्व वह 2005 में पिता दस्यु ददुआ की हनक पर निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बने है। वहीं 2017 में इसी सीट से फिर चुनाव लड़े थे। उनको 63,430 वोट मिले थे और भाजपा के चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय से 26,936 मतों से चुनाव हार गए थे। इस बार भी वह इसी सीट से टिकट मांग रहे थे।